शहर के कुन्हाड़ी थाना इलाके में युवक की मौत का मामला सामने आया है। युवक शंकरलाल (30) लेंडमार्क इलाके में अपनी पत्नी व 5 साल के बच्चे के साथ रहता था। मैस का काम करता था। युवक के साथ उसकी मौसी का लड़का भी रहता था। बताया जा रहा है कि युवक ने बुधवार दोपहर को फांसी लगाई। लेकिन उसके गले में बंधी रस्सी खुली हुई मिली। मौसी के लड़के की मदद से पत्नी उसे एमबीएस हॉस्पिटल लेकर पहुंची। संदिग्ध मामला लगने पर पुलिस द्वारा शव का आज मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। 

मौसी के लड़के के साथ रहता था

चाचा ब्रह्मानंद ने बताया कि शंकर लाल बूंदी जिले के केशवरायपाटन के रंगपुरा गांव का रहने वाला था। पिछले 8-10 साल से कोटा में काम करता था। अभी उसने मैस का ठेका ले रखा था।अपनी पत्नी सुनीता व 5 साल के बच्चे के साथ हॉस्टल के नीचे बनी दुकान में रहता था। उसके साथ उसकी मौसी का लड़का महावीर (24) भी रह रहा था। बुधवार दोपहर को शंकरलाल के फांसी लगाने की सूचना मिली। परिवार सहित कोटा आए। जानकारी करने पर पता लगा कि पंखे पर रस्सी बंधी हुई नहीं मिली। शंकर की मौत कैसे हुई इस बारें में जानकारी नहीं। पुलिस जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी।

जमीन पर पड़ा था, गले में रस्सी थी

मौसी के लड़के महावीर ने बताया कि बुधवार दोपहर 3 बजे करीब दुकान की कुर्सी पर सो रहा था। उसी समय भाभी बुलाने आई। भाभी ने बताया कि कमरे में शंकर नीचे पड़ा है। उसे हॉस्पिटल लेकर चलना है। अंदर जाकर देखा तो शंकर नीचे पड़ा था। उसके गले में रस्सी थी। उसे नीचे किसने उतारा इस बारे में पता नहीं। भाभी के साथ शंकर को हॉस्पिटल लेकर आया। महावीर ने बताया कि वो पहले काम छोड़कर चला गया था। अभी 10-15 दिन पहले ही वापस आया है।

कुन्हाड़ी थाना सीआई अरविंद भारद्वाज ने बताया कि पुलिस को हॉस्पिटल से सूचना मिली थी। प्रारंभिक तौर पर फांसी लगने से मौत की बात सामने आई है। मौके पर FSL टीम को भेजा गया था। परिजनों का कहना है कि शंकर फांसी नहीं लगा सकता। परिजनों ने अभी किसी पर शंका जाहिर नहीं की है। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारण सामने आएंगे।