हरियाणा में BJP की नई सरकार का गठन दशहरा के बाद होगा। संसदीय दल और विधायक दल की बैठक अभी होनी है, लेकिन नायब सिंह सैनी का मुख्यमंत्री बनना तय है। पार्टी चुनाव के दौरान यह बात पहले भी स्पष्ट कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान (Rajasthan) और मध्य प्रदेश (MP) की तर्ज पर जातीय समीकरणों को साधने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, इसमें एक दलित वर्ग से हो सकता है। राज्य में बहुमत से जीत के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने बुधवार को नई दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री व चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से भेंट की। इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर नतीजों के बाद सरकार गठन को लेकर मंथन भी हुआ। नायब सिंह सैनी सरकार के सिर्फ दो मंत्री चुनाव जीतने में सफल रहे, जबकि आठ को हार का सामना करना पड़ा। नई सरकार मे आठ नए चेहरे होंगे। पानीपत ग्रामीण सीट से राज्यमंत्री महिपाल ढांडा और बल्लभगढ़ सीट से चुनाव जीते कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा का फिर से मंत्री बनना तय माना जा रहा। राज्य में अधिकतम 14 का मंत्रिमंडल हो सकता है। अहीरवाल बेल्ट में जिस तरह से भाजपा को शानदार सफलता मिली, उससे मंत्रिमंडल में इस इलाके को उचित प्रतिनिधित्व मिल सकता है। अंबाला कैंट से जीते पूर्व गृहमंत्री अनिल विज पिछली बार की तरह ही सरकार में ताकतवर भूमिका चाहते हैं। उनके करीबियों का कहना है कि कद को देखते हुए गृह जैसा ताकतवर विभाग और डिप्टी सीएम की भूमिका मिलनी चाहिए। चूंकि चुनाव से पूर्व मार्च में मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाने के दौरान उन्हें भी पार्टी के निर्देश पर गृह मंत्री पद छोड़ना पड़ा था, ऐसे में नई सरकार में भी पुरानी ताकतवर भूमिका में वे लौटेंगे, इसको लेकर सस्पेंस है।