हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन में विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए हैं। इंडिया गठबंधन के साथी नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बिना नाम लिए हुड्डा परिवार को हार का जिम्मेदार बताया है। बता दें हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी 48 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी 37 सीटों पर जीत चुकी हैं। 5 सीटें अन्य के खाते में गई हैं। नतीजों को लेकर हनुमान बेनीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखते हुए कहा कि, हरियाणा में कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री के दावेदारों और विशेषकर एक परिवार के अति-उत्साह और घमंड तथा इंडिया गठबंधन के अन्य दलों के साथ मिलकर चुनाव नही लड़ने के कारण आज वहां कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने से वंचित हो गई क्योंकि लोक सभा चुनाव में जब इंडिया गठबंधन से जुड़े सभी राजनैतिक दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा तो एनडीए ने हांफते हांफते अपनी सरकार केंद्र में बनाई।मगर हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के दलों के साथ कांग्रेस ने रुचि नहीं दिखाई और आज यह परिणाम देखने को मिला जबकि हरियाणा का किसान, जवान और दलित भाजपा की नीतियों और शासन के खिलाफ था लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा एक राय और एक साथ होकर चुनाव नही लड़ने की वजह से पुन: हरियाणा के किसानों, दलितों और युवाओं को निराशा हाथ लगी। हालांकि लोकतंत्र में जनता का निर्णय सर्वोपरि है मगर फिर भी कांग्रेस पार्टी के आलाकमान को अब गंभीरता से सोचने की जरूरत है। इधर, AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा चुनाव नतीजों के बीच कांग्रेस का नाम लिए उसे एक बड़ा मेसेज दिया। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं। चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। आज क चुनाव से सबसे बड़ा सबक यह हे कि कभी भी अति आत्मविश्वास में न रहें। हर चुनाव, सीट कठिन है। हमें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। कोई अंदरूनी कलह नहीं होनी चाहिए।