नई दिल्ली। साइबर ठगी के मामले अब सिर्फ धमकाकर डिजिटल अरेस्ट के जरिये लाखों-करोड़ों रुपये खाते में ट्रांसफर कराने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि फोन पर मिली झूठी धमकी से डरकर लोगों की जान भी जाने लगी है। आगरा में शिक्षिका की मौत की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट को लेकर सरकार गंभीर है और पुलिस भी अलर्ट है, लेकिन क्या मौजूदा कानून इनसे निपटने में सक्षम हैं?

क्या कहते हैं सरकारी आंकड़े?

विशेषज्ञ मौजूदा कानूनों को इनसे निपटने में पर्याप्त नहीं मानते। उनका कहना है कि साइबर क्राइम से निपटने के लिए इसी को समर्पित कड़ा कानून लाने की जरूरत है ताकि लोगों में अपराध के प्रति डर पैदा हो और उस पर लगाम लगे।