जम्मू-कश्मीर में 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के तुरंत बाद 5 विधायकों को मनोनीत किया जाएगा। गृह मंत्रालय के आदेश पर जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा 5 लोगों को विधानसभा के लिए नॉमिनेट करेंगे। ऐसे में विधायकों की कुल संख्या 95 हो जाएगी और बहुमत का आंकड़ा बढ़कर 48 हो जाएगा।दरअसल, 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट 2019 के तहत विधानसभा में 5 विधायकों को एलजी नामांकित कर सकते हैं। यह नियम महिलाओं, कश्मीरी पंडितों और PoK के प्रतिनिधित्व के लिए लाया गया था। जुलाई 2023 में इसे संशोधित किया गया था।इन मनोनीत विधायकों को विधानसभा में वोटिंग के अधिकार के साथ-साथ सभी विधाई शक्तियां और विशेषाधिकार मिलेंगे। एग्जिट पोल के नतीजों में जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-NC की सरकार बनते दिख रही है। हालिंक, कुछ पोल्स्टर्स हंग असेंबली का भी इशारा कर रहे हैं।नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने आशंका जताई है कि ये विधायक भाजपा को सपोर्ट कर सकते हैं। उन्होंने केंद्र के इस कदम को लोकतंत्र और संविधान के पर हमला बताया है। हालांकि, भाजपा एलजी के इस कदम का समर्थन कर रही है।