राम बारात को गीता भवन से प्रारंभ कर श्रीपुरा, गंधीजी की पुल, कैथूनीपोल के रास्ते श्रीराम रंगमंच तक ले जाने की शहर के नागरिकों की बरसों पुरानी मांग पूरी हो गई है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन ने राम बारात को परिवर्तित मार्ग से निकाले जाने की स्वीकृति जारी कर दी।दशहरा मेला के अवसर पर श्रीराम रंगमंच पर रमलीला का आयोजन किया जाता है, जिसके तहत राम बारात का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन मल्टीपरपज स्कूल से श्रीराम रंगमंच तक किया जा रहा था। लेकिन जनता की अभिलाषा थी कि राम बारात गीता भवन से प्रारंभ होकर श्रीपुरा, गंधीजी का पुल, कैथूनीपोल थाना, टिपटा होते हुए श्रीराम रंगमंच तक जाए। इसके लिए विगत कई वर्षों से विभिन्न मंचों पर मांग भी उठ रही थी। श्रीराम बारात शोभायात्रा गीता भवन से प्रारंभ होकर वाल्मीकि बस्ती, सब्जी मंडी, सुंदर धर्मशाला, श्रीपुरा, लाल बुर्ज, केथूनीपोल थाने के सामने, टिपटा, गढ़ पैलेस, किशोरपुरा दरवाजा होते हुए श्री राम रंगंमंच पहुंचेगी।

राजसी वैभव से निकलेगी शोभायात्रा

इस वर्ष राम बारात शोभायात्रा को राजसी वैभव के साथ निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। शोभायात्रा में घोड़ा, बग्घी, हाथी, ऊंट शामिल रहेंगे। शोभायात्रा में कच्छी घोड़ी नृत्य, चकरी नृत्य, बिंदोरी नृत्य करती महिलाएं, डांडिया मंडली, नगाड़े, ढोल ताशे और मधुर स्वर लहरियां बिखरते हुए बैंड साथ चलेंगे। इस वर्ष नवाचार के तहत शहर के विभिन्न मंदिरों से भजन मंडलियों को भी राम बारात से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे है। सिख समाज के युवाओं का गतका दल भी अपनी प्रस्तुतियां देगा। इसके अलावा विभिन्न समाजों और संगठनों द्वारा भी शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा।