राजस्थान में सभी बिजली उपभोक्ता अब स्मार्ट मीटर से लैस हो जाएंगे। करीब 1.43 करोड़ कनेक्शनधारियों के स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द शुरू होगा। इस पर 14037 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यानी, पुराने बिजली मीटर पूरी तरह हट जाएंगे। यह काम 27 माह में पूरा किया जाएगा, तभी केन्द्र सरकार से सब्सिडी मिल सकेगी। खास यह है कि स्मार्ट मीटर में पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों तरह की सुविधा मिलेगी। प्री-पेड सुविधा यानी जितनी जरूरत उतने का रिचार्ज करा सकेंगे। ऐसे उपभोक्ताओं को बिल में 15 पैसे यूनिट की छूट मिलेगी। वहीं, उपभोक्ता मीटर को कहीं से भी रिमोट कंट्रोल के जरिए मॉनिटर कर पाएंगे। डिस्कॉम्स ने यह काम कंपनियों को सौंपा है, जिसमें से एक जीनस मीटरिंग कम्युनिकेशन है। जयपुर डिस्कॉम के पास गोवा के बिजली विभाग का पत्र पहुंचा, जिसमें कंपनी को ब्लैकलिस्ट होना बताया गया। डिस्कॉम ने गोवा के विद्युत विभाग को ई-मेल किया, लेकिन रिप्लाई नहीं आया। इस बीच 3 अक्टूबर का एक ओर पत्र पहुंचा, जो ब्लैकलिस्ट करने का आदेश वापस लेने से जुड़ा है। अब अफसर परेशान हैं कि दोनों ही दस्तावेज अधिकारिक रूप से नहीं मिल रहे। हालांकि, ब्लैकलिस्ट से जुड़ा पत्र बिड होने के बाद का है।