भारतीय किसान संघ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 7 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे सचिवालय घेराव करेगा। प्रान्त अध्यक्ष शंकरलाल नागर ने कहा कि चित्तौड़ प्रान्त के सभी 16 जिलों से बड़ी संख्या में किसान सम्मिलित होंगे। उन्होंने बताया कि चित्तौड़ प्रांत की सभी तहसीलों के कार्यकर्ता सुबह 5 बजे जयपुर के लिए रवाना होंगे।
सम्भाग अध्यक्ष गिरिराज चौधरी ने बताया कि जब से राजस्थान सरकार बनी तब से भारतीय किसान संघ के द्वारा किसानों की समस्याओं को लेकर बार- बार ज्ञापन, धरना, महापडाव वार्ता के माध्यम से सरकार को विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया जा रहा है। लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
कोटा जिलाध्यक्ष जगदीश कलमंडा एवं झालावाड़ जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर ने बताया कि सरकार से लगातार समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद शुरू करने, दूध खरीद का बकाया अनुदान जारी करने, कृषि विद्युत सम्बंधी समस्याओं सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए चर्चा की जा रही है। लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल रहा है।
*समर्थन मूल्य पर हो खरीद*
जिला मंत्री रूपनारायण यादव तथा कार्यालय मंत्री महावीर नागर ने कहा कि प्रदेश में खरीफ सीजन की फसलों की कटाई आरम्भ हो गई है। किसान फसलों को मंडियों में बेचने के लिए लाने लगे है। मूंग सितम्बर व अक्टूबर माह में 70 प्रतिशत व सोयाबीन अक्टूबर माह में 60 प्रतिशत मंडियों में आ जाता है। इस सीजन में सोयाबीन व मूंग 500 रुपए से 3500 रुपए प्रति किंवटल समर्थन मूल्य से नीचे बिक रहे है। जिससे खरीद शुरू नहीं होने से किसानों को नुकसान हो रहा है। सोयाबीन व मूंग का तत्काल समर्थन मूल्य पर खरीद का कार्यक्रम घोषित किया जाकर 15 अक्टूबर से खरीद शुरू करने हेतु अधिसूचना करवाई जानी चाहिए। भारतीय किसान संघ ने कहा कि दुग्ध उत्पादक किसानों का मुख्यमंत्री दुग्ध सम्बल योजना के तहत अनुदान दिसम्बर माह से बकाया है। कृषि सिंचाई हेतु विद्युत आपूर्ति में समस्याएं बहुत अधिक आ रही हैं।