टीम जीवनदाता के सहयोग से कोटा शहर के बाहर भी लोगों को एसडीपी मिल रही है। टीम जीवन दाता द्वारा रक्तदान एवं एसडीपी के लिए निरंतर दिन रात प्रयास किया जा रहा है, इसी के चलते कोटा और आसपास के क्षेत्र में भी लोगों को एसडीपी उपलब्ध कराई जा रही है। डोनर्स के सेवा भाव के कारण मरीजों को समय पर एसडीपी मिल रही है, ऐसा ही एक मामला सामने आया जब मंदसौर से चलकर कोटा पहुंचे मरीज के परिजनों को एसडीपी उपलब्ध कराई गई। टीम जीवन दाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि मंदसौर की मरीज नेहा की प्लेटलेट निरंतर गिर रही थी, परिजन विकास सोनी एवं विकास शर्मा निरंतर परेशान हो रहे थे, ऐसे में मंदसौर से किसी ने टीम जीवनदाता का नंबर दिया और जब मंदसौर निवासी नेहा गोराना के लिए एसडीपी की डिमांड की गई तो भुवनेश गुप्ता ने सहज स्वीकृति दी और परिजन मंदसौर से कोटा पहुंचे कोटा पहुंचने पर उन्हें समय रहते एबी पॉजिटिव एसडीपी उपलब्ध कराई गई। दीपक अग्रवाल जो की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं वह शीघ्र ही अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंचे और उन्होंने एसडीपी डोनेट कि। दीपक अग्रवाल निरंतर 7 साल से एसडीपी एवं रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और लोगों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने अभी तक तीस बार SDP और 31 बार रक्तदान कर चुके है।