राजस्थान पुलिस की एसआई भर्ती-2021 (SI Exam) में पेपर लीक मामले का खुलासा होने के बाद परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग उठ रही है. भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भी भर्ती परीक्षा के संबंध में कई खुलासे कर चुके हैं. हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में भी उन्होंने यह मुद्दा उठाया और भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की थी. वहीं, इस मांग के बाद ट्रेनिंग ले रहे युवाओं में भी कंफ्यूजन है. इस संबंध में क्षत्रिय समाज के संगठन श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउण्डेशन ने सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है. संगठन का कहना है कि इस परीक्षा में पास कुल अभ्यर्थी में से सिर्फ 5 फीसदी दोषियों की सजा अन्य 95 फीसदी युवाओं को नहीं मिलनी चाहिए. ऐसे में संगठन ने मांग की है कि यह भर्ती परीक्षा निरस्त नहीं की जाए. संगठन का कहना है कि इस परीक्षा के तहत कुल 859 चयनित प्रशिक्षणार्थी उप निरीक्षक एक साल से ट्रेनिंग ले रहे हैं. इनका प्रशिक्षण लगभग 80 फीसदी पूरा हो चुका है, जिनमें से 5 फीसदी यानी 42 प्रशिक्षणार्थी पकड़े गए हैं. ऐसें भर्ती परीक्षा को रद्द करने पर अन्य 95% ट्रेनी के साथ घोर अन्याय होगा. अगर इन 5 फीसदी दोषियों के कारण शेष 95 फीसदी को भी दोषी मान लिया जाता है तो फिर ईमानदारी से नौकरी की तैयारी करने वाले हर युवा में असुरक्षा और निराशा पैदा होगी. श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउण्डेशन ने कहा कि राजस्थान पुलिस की एसओजी ने अभूतपूर्व कार्यवाही की है और अब तक अवैध तरीके से चयनित 42 प्रशिक्षु उप निरीक्षकों को हिरासत में लिया जा चुका है. साथ ही सरकार से उम्मीद जाहिर करते हुए संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि हर ट्रेनी की पहचान कर दोषियों को सजा दिलवाई जाए, जिससे आम नागरिक में सरकारी नौकरी की चयन प्रक्रिया के प्रति विश्वास कायम रहेगा. इस कार्यवाही के बीच पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग की जा रही है और आपकी सरकार ने इस मांग का परीक्षण करने के लिए एक मंत्री मंडलीय समिति का भी गठन किया है

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