कोटा। सुसाइड नोट लिखकर गायब हुए एक वर्कशॉप रेल कर्मचारी महेश चौधरी का 8 महीने बाद सामने आया है। रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने महेश को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। अदालत न शनिवार को महेश को जेल भेज दिया। उल्लेखनीय है कि स्टोर में कार्यरत महेश रेलवे वर्कशॉप कॉलोनी मस्जिद के पास रहता है। 31 जनवरी को महेश अपने घर से अचानक गायब हो गया था। गायब होने से पहले महेश ने एक सुसाइट नोट भी छोड़ा था। इस सुसाइट नोट में महेश ने वर्कशॉप कर्मचारी राकेश कुमार और उनके पुत्र देवेंद्रए अंशू और संजू आदि पर चाकू दिखाकर धमकी देने के अरोप लगाए थे। किसी बात को लेकर इनका दो-ढाई साल से आपस में झगड़ा चल रहा था। महेश ने इसकी शिकायत रेलवे कॉलोनी थाने में भी कर रखी थी। दूसरी पार्टी के लोगों ने भी महेश के खिलाफ लड़की से छेड़छनी के आरोप में रेलवे कॉलोनी में थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इन मामलों में अदालतों में तारीखे चल रही थींं। परिजनों का आरोप था तारीखों पर नहीं जाने के लिए महेश को धमकाया जा रहा था। इससे परेशान होकर एक सुसाइड नोट में आरोपियों के नाम लिखकर महेश घर से गायब हो गया था। इसके बाद से पुलिस और परिजन महेश को तलाश रहे थे। बाद में महेश अचानक खुद ही सामने आ गया। पुलिस ने बताया कि महेश के ऊपर कई आरोप थे। इसीलिए उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया गायब होने के दौरान महेश कहां रहा, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।