बालोतरा, 01 अक्टूबर। राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर काफी गंभीर एवं संवेदनशील है। इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर एवं सुदृढ़ बनाने के लिए अधिकारीगण नियमित रूप से स्वास्थ्य केंद्रों की मोनिटरिंग करें और योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करवाएं। ये निर्देश जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए। 

इस दौरान सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी, आरसीएचओ डॉ ताराचंद एवं पीएमओ डॉ. संदीप देवात, नरेंद्र चौधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मौसमी बीमारियों को देखते हुए सुनिश्चित करें कि आमजन को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर किसी तरह की कोई परेशानी न हो। किसी कार्मिक की लापरवाही से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए। बीसीएमओ व संस्थान प्रभारी अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है, कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। आरएमआरएस की बैठक हर माह हो।

 जिला कलक्टर श्री यादव ने निर्देश दिए कि ओपीडी समय में चिकित्सक अपने कक्ष में ही मिलें ताकि मरीजों को इंतजार न करना पड़े। आयुष्मान आरोग्य योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जो संस्थान कम पैकेज बुक कर रहे हैं, उन्हें नोटिस दिया जाए। वहीं ई-केवाईसी में एक सप्ताह में सुधार करने के निर्देश दिए। जेएसवाई व आरएसवाई की समीक्षा करते हुए कहा कि लाभार्थियों के अकाउंट नंबर व अन्य दस्तावेज लें एवं सभी को लाभान्वित करवाएं। विभागीय स्तर पर इन योजनाओं में किसी का भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए। 

मुख्यमंत्री दवा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी प्रभारी अधिकारी संबंधित सभी केंद्रों पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करें। दवा वितरण केन्द्र समय पर खोलने के लिए पाबंद किया गया। मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना में कहा कि जांच के अभाव में मरीज को परेशानी न हो। टीबी कार्यक्रम के तहत निक्षय पोषण योजना में वंचित लोगों के अकाउंट नंबर लेकर उन्हें लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए। टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जहां भी 90 फीसदी से कम टीकाकरण हो रहा है, उन्हें नोटिस दिया जाए और बीसीएमओ संबंधित केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करें। संस्थागत प्रसव के मामले में सख्त निर्देश दिए कि स्टाफ नियमित रूप से केंद्र पर ठहरें, जो भी प्रशिक्षित स्टाफ प्रसव करवाने से मना कर रहे उन्हें पाबंद किया जाये। वहीं अन्य नर्सिंग स्टाफ को जिला अस्पताल में प्रशिक्षण के लिए भेजें ताकि प्रसव रैफर के केस बंद हो और गर्भवती महिलाओं को नजदीकी केंद्र पर बेहतर सेवाएं मिल सकें। 

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोतरा डॉ वांकाराम चौधरी ने परिवार कल्याण कार्यक्रम, मौसमी बीमारियों, मां वाउचर योजना, ओडीके एप, एनसीडी, एनीमिया, प्रसव पूर्व जाँच, टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर समीक्षा की गई। आरसीएचओ डॉ. ताराचंद ने प्रधानमंत्री मंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस व आरसीएच कार्यक्रम के बारे में समीक्षा की ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने अम्मा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।

बैठक के दौरान डीपीएम विजय सिंह, डीएनओ रमेश एवं समस्त बीसीएम्ओ, बीपीएम एवं सीएचसी प्रभारी आदि उपस्थित रहे।