पेपरलीक के कारण विवादों में आई पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती (SI भर्ती परीक्षा) पर संकट के बादल छाए हुए हैं। राज्य सरकार इस पर जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकती है, जिसमें भर्ती रद्द करना भी शामिल है।पुलिस मुख्यालय भर्ती रद्द करने के लिए पहले ही प्रस्ताव भेज चुका और हाल ही कैबिनेट की बैठक में मंत्री किरोडीलाल मीना ने भी भर्ती रद्द करने की मांग उठाई। सूत्रों से जानकारी मिली है कि सरकार ने पिछले दिनों इस भर्ती को लेकर महाधिवक्ता से भी राय ली थी।आज से लगभग 6 दिन पहले किरोड़ीलाल ने पत्र लिखकर कहा कि परीक्षा में इतने बड़े फर्जीवाड़े के बाद भी अभी तक परीक्षा का निरस्त ना होना मुझे और जनता को अंदर से व्यथित कर रहा है।कैबिनेट मीटिंग के दौरान उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि राजस्थान के युवाओं की बदौलत ही मैं आज मंत्री पद पर हूं। ऐसे में उनके हक के लिए बोलना मेरा फर्ज है। मेरी मांग है कि एसआई भर्ती परीक्षा में जिस तरह से गड़बड़ियां सामने आई हैं ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे इस परीक्षा को रद्द करे।मंत्री किरोड़ीलाल ने लगभग 16 दिन पहले सीएम को पत्र लिखकर कहा था कि इतने बड़े फर्जीवाड़े के बाद भी अभी तक परीक्षा का निरस्त ना होना मुझे और जनता को अंदर से चिंतित कर रहा है। लिखा कि जांच के दौरान रिपोर्ट भी सामने आए आंकड़े चौंकाने वाले हैं।रिपोर्ट में समाने आया कि पूरी भर्ती में 80 फीसदी से अधिक चयन फर्जीवाड़े से हुए हैं। इसमें से 20 प्रतिशत वे हैं जो अभी संदेह के घेरे में है। ऐसे में एसआई भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर अभी भी कई मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है।