मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि राइजिंग राजस्थान समिट से पूर्व देश और दुनिया के निवेशक राजस्थान में निवेश के लिए काफी उत्साह दिखा रहे हैं. दिल्ली में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में निवेशकों के साथ रोडशो के दौरान मुंबई में हुए पहले रोडशो से भी ज्यादा राशि के निवेश हुए हैं. मुंबई में 30 अगस्त को हुए पहले रोडशो में 4.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश के लिए एमओयू या सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हुए थे. मुख्यमंत्री ने बताया कि एक महीने पहले जो एमओयू हुए थे, कैबिनेट ने उन्हें पारित कर दिया है और निवेशकों को जमीन आवंटित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मुंबई में 4.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए जो समझौते हुए उनसे अक्षय ऊर्जा, सीमेंट, ऑटो, बैटरी उत्पादन जैसे क्षेत्रों में 7 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे.मुख्यमंत्री ने बताया कि राइजिंग राजस्थान समिट के सिलसिले में दक्षिण कोरिया और जापान में हुए दौरों में भी उन्हें काफी उत्साहजनक सफलता मिली. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आशा है कि ऐसे प्रयासों से अगले 5 साल में राजस्थान की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने में सफलता मिलेगी. मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि उनकी सरकार लगातार रोजगार सृजन पर ध्यान दे रही है. सरकार का 5 साल के कार्यकाल के दौरान 6 लाख निजी और 4 लाख सरकारी नौकरियां देने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 33 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र बांटे हैं और इस साल 1 लाख युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और इनका समुचित लाभ उठाने के उद्देश्य से राजस्थान देश के अंदर पहला प्रदेश है जहां अधिकारियों को निवेशकों के साथ समन्वय के लिए देश और विदेश में तैनात किया गया है. उन्होंने कहा,"25 देशों में एक-एक अधिकारी को लगाया गया है. जिसको जो देश दिया है, वह पूर्ण रूप से देखेगा. इसी तरह से देस के सभी राज्यों के लिए भी एक अधिकारी लगाया गया है. साथ ही हर विभाग के लिए भी एक अधिकारी को नियुक्त किया गया है. इनके ट्रांसफर नहीं होंगे, वह पूरी तरह से वही काम करेंगे."