किरोड़ी लाल मीणा ने सोमवार (30 सितंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि गहलोत सहित कांग्रेस नेता मुस्लिमों को भड़का  रहे हैं. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्ति किसी की निजी संपत्ति नहीं है. उन्होंने कानून में परिवर्तन करने की सिफारिश की है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वक्फ बोर्ड पर जो बिल संसद में आने वाला है, उससे पहले आल इंडिया मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सलमान खुर्शीद  समेत कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुस्लिम को भड़का रहे हैं. केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है. कई प्रभावशाली लोगों ने वक्फ बोर्ड की जमीन को बेंच दिया है. आदिवासियों की जमीन को वक्फ की जमीन बताकर बेच डाला गया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आमेर और किशनपुरा में 900 बीघा ज़मीन पर अवैध कब्जा कर समुदाय विशेष को वहां पर बसा दिया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मंदिर की ज़मीन पर कब्जा कर अवैध रूप से कालोनी बसा दी गई है. इस क्षेत्र में चालीस मस्जिद और बीस बूचड़ खाने बनाये गए हैं. किरोड़ी लाल मीणा ने दो वीडियो मीडिया के सामने रखा है, जिसमें बताया कि मंदिर की जमीनों पर कब्जा कर समुदाय विशेष को फायदा पहुंचाया जा रहा है. विदेशी ताकतों से ट्रस्ट के नाम पर धन लिया जा रहा है. ना ही इसका कोई वक्फ बोर्ड का कोई रजिस्ट्रेशन करवाया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुंबई और गुजरात में आदिवासियों की जमीन को बेचा जा रहा है. किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफे को लेकर कहा कि मेरा इस्तीफा बरकरार है. मेरा मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि इस्तीफा मंजूर करें.