राजस्थान में अब चतुर्थ श्रेणी और ड्राइवर की भर्ती लिखित परीक्षा के माध्यम से होगी। कर्मचारी चयन बोर्ड यह परीक्षाएं करवाएगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए 10वीं पास होना अनिवार्य होगा। पहले न्यूनतम योग्यता 8वीं पास थी। इसके साथ ही जैसलमेर में 2600 मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट लगेगा। उद्योगों के लिए अब खेजड़ी और अन्य पेड़ नहीं काटे जाएंगे।रविवार को हुए कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए अब शैक्षणिक योग्यता 10वीं कर दी गई है। पहले 8वीं पास थी।कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि प्रदेश में 60 हजार चतुर्थ श्रेणी और 23 हजार ड्राइवर के पद खाली हैं।भजनलाल सरकार की कैबिनेट बैठक खत्म हो चुकी है। बैठक में किरोड़ीलाल मीणा भी शामिल हुए।कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेसवार्ता में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा- प्रदेश में अब चतुर्थ श्रेणी और ड्राइवर की भर्ती लिखित परीक्षा के माध्यम से होगी। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए 10वीं पास होना अनिवार्य होगा। पहले न्यूनतम योग्यता 8वीं पास थी। कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा- सरकार चाहती है कि प्रदेश बिजली में आत्मनिर्भर बने। इसको लेकर लगातार हम सोलर और विंड के लिए जमीन का आवंटन कर रहे हैं। अब तक हम 10,418 हेक्टेयर जमीन दे चुके हैं। आज भी कैबिनेट ने कई सोलर प्रोजेक्ट के लिए विभिन्न कंपनियों को जमीन देने की मंजूरी दी है। इसके तहत जैसलमेर में 2600 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट के लिए जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।