तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने अपने बेटे और राज्य के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया है। सनातन धर्म पर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले उदयनिधि की पदोन्नति पर भाजपा हमलावर है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि तमिलनाडु सरकार में लोकतंत्र नहीं राजतंत्र है। पिता-पुत्र सीएम और डिप्टी सीएम बन गए हैं। उनकी पार्टी में जमीनी कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, “उदयनिधि ने जिस तरह से सनातन का अपमान किया, उसका उन्हें इनाम दिया गया है। उनको मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए था, लेकिन उन्हें डिप्टी सीएम के पद से नवाजा गया। तमिलनाडु की जनता में इसे लेकर नराजगी है। दरअसल, तमिलनाडु सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे चौंकाने वाला नाम सेंथिल बालाजी का है। सेंथिल बालाजी को सुप्रीम कोर्ट से 26 सितंबर को ही जमानत मिली है। एक साल पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री ने बालाजी को बिजली विभाग आवंटित किया है। उनके पास 14 जुलाई 2023 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के समय बिजली और आबकारी विभाग था।। डीएमके सूत्रों के अनुसार, सेंथिल बालाजी ने मुख्यमंत्री को आबकारी विभाग में दिलचस्पी न होने की बात बताई। इस वजह से उन्हें बिजली विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी