घोड़ा पछाड़ नदी में बनकर तैयार हो रहा ग्रामीणों के सपनों का लक्ष्मण झूला

1500 गांव की बस्ती को मिलेगी संजीवनी, नही रहना पड़ेगा नाव के भरोसे

बूंदी।जिले के बरुंधन कस्बे व नदीपार बरुंधन के बीच होकर निकल रही घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे हैंगिंग ब्रिज का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कार्य के जल्द पूरा होने पर गांव के ग्रामीण प्रसन्न है गांव के विष्णु राठौर ने बताया की बरूंधन गांव की घोड़ा पछाड़ नदी पर बन रहे ग्रामीणों के सपनों के लक्ष्मण झूले के निर्माण हों जाने के बाद ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को अब रोज जान जोखिम में डाल कर जुगाड़ की नाव के भरोसे नदी पार नहीं करनी पड़ेगी। बस्ती के करीब से निकल रही 35 फीट गहरी घोड़ापछाड़ नदी पर 1.26 करोड़ की लागत से बन रहे पुल का काम पूरा होने वाला है। पैदल राहगीरों के लिए इस नदी पर हाड़ौती का पहला मिनी हैगिंग ब्रिज बन रहा है। ग्रामीणों का 300 फीट लंबा लक्ष्मण झूला लगभग बनकर तैयार बन है जिसकी चौड़ाई साढ़े चार फीट होगी। हैंगिंग पूल बनने से 1500 घरों की आबादी अब नाव के भरोसे नही रहेगी। ग्रामीणों के अनुसार बरूंधन ग्राम पंचायत की नदी पार नाव घाट का टापरा बैरवा बस्ती में करीब पन्द्रह सौ लोग बसे हुए हैं। इस बस्ती के करीब 200 बच्चे रोज पढ़ाई के लिए नाव में बैठकर बरूंधन आते हैं। ग्रामीणों को भी बरूंधन आने के लिए इसी नाव का सहारा लेना पड़ता है। बारिश के दिनों में नाव बंद करने से करीब तीन माह तक इस बस्ती के बच्चे पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं आ पाते थे। ग्रामीण बीते 30 वर्षों से यहां पुलिया निर्माण की मांग उठा रहे थे। यहां बरूंधन ग्राम पंचायत के 9, 10 व 11 वार्ड हैं। पुल बनने के बाद अब बच्चों को पढ़ाई के लिए रुकना नहीं पड़ेगा तो वहीं ग्रामीणों की राह भी आसान होगी। हैंगिंग पुल पर अगले माह से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा।