बूंदी । विश्व हृदय दिवस के अवसर पर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी के पंचकर्म विशिष्टता कैंद्र में 21 सितंबर से संचालित 9 दिवसीय पंचकर्म चिकित्सा & स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में अब तक 3 राज्यों के 11 जिलों के 576 रोगियों का उपचार किया जा चुका है। चिकित्सकीय के पीएमओ & पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ सुनील कुशवाह ने बताया कि इस शिविर में राजस्थान के 6 जिलों के साथ ही मध्यप्रदेश के इंदौर,ग्वालियर & उज्जैन तथा हरियाणा के सिरसा जिले के जटिल & कष्टसाध्य रोगियों का एकांग-सर्वांग अभ्यंग स्वेदन, पीपीएस,बस्तिकर्म,विरेचन, नस्य, रक्तमोक्षण/सिरावेध, शिरोधारा/माइंड मसाज, जानुधारा,कटिग्रीवाजानूबस्ति, अक्षितर्पण,लेप आदि शास्त्रीय उपक्रमों के साथ साथ अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से भी उपचार किया जा रहा है।कल शिविर के अंतिम दिन हृदयरोग जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। खेल संकुल में जिला प्रशासन & आयुर्वेद विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संचालित योग फोर निरोगी बूंदी स्वास्थ्य महाभियान के तहत हृदय दिवस के अवसर पर 25 सितंबर से संचालित 7 दिवसीय योग चिकित्सा शिविर में आज सामान्य योगाभ्यास के साथ साथ हृदय रोग में विशेष लाभकारी सूर्य-नमस्कार, सेतुबंध आसन, भुजंगासन,पर्वतासन,मकरासन, कपालभाति, भस्त्रिका, अनुलोम-विलोम, हृदय मुद्रा आदि योग प्राणायामों का अभ्यास कराया।

इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में महाभियान के समन्वयक डॉ सुनील कुशवाह ने बताया कि वर्तमान भागदौड़ भरी जिंदगी & असंतुलित जीवनशैली के कारण हृदय रोग काफी तेज गति से पैर पसार रहा है ,इस रोग के कारण हर साल पूरी दुनिया में 2 करोड़ & भारत में 30 लाख लोग अकाल मौत का शिकार हो जाते हैं,जो कि मौत का सबसे बड़ा कारण है।अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार इनमें से 90% मौतों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर रोका जा सकता है।कई शोध अध्ययनों में भी हृदयरोग से बचने & उपचार में योग प्राणायाम की प्रभावी भूमिका सिद्ध हुई है।इस अवसर पर योग & प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश माली, डॉ अक्षय गौतम, योग प्रशिक्षक दीपक गुर्जर ने योग प्राणायामभ्यास करवाया।