राष्ट्रमंडल संसदीय संघ जोन -3 के सम्मेलन के लिए मिजोरम प्रवास गए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को आईजोल के बड़ा बाजार पहुंचे, यहां उन्होंने स्थानीय दुकानदारों और स्वयं सहायता समूह के माध्यम से स्वरोजगार करने वाली महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान स्पीकर बिरला ने बैम्बू से बनी हैट, आर्गेनिक फल और कुछ कलाकृति खरीदी। स्पीकर बिरला ने डिजिटल पेमेंट के जरिए सभी उत्पाद को खरीदा। उन्होंने क्यूआर कोड को स्कैन कर यूपीआई के जरिए भुगतान किया। बिरला ने कहा देश मे डिजिटल क्रांति ने सुदूर पूर्वोत्तर क्षेत्र में भी आमजन के जीवन को सरल बनाया है। स्थानीय दुकानदारों ने उन्हें बताया कि उनके व्यवसाय का 80 प्रतिशत से अधिक भुगतान डिजिटल माध्यम से ही आता है। डिजिटल भुगतान माध्यमों के आने से व्यापार में भी इजाफा हुआ है।
स्वच्छता हेतु श्रमदान किया
फालकुन गांव जाते से स्पीकर बिरला रास्ते में सफाई करते कुछ कार्यकर्ताओं को देख रुके। बिरला के पूछने पर उन्होंने बताया कि वे गांधी जयंती पर आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के तहत अभियान चला रहे हैं। स्पीकर बिरला ने भी वहां रुककर श्रमदान दिया। बिरला ने कहा स्वच्छता आज पूरे देश में संकल्प बन चुका है। स्वच्छता के प्रति यहां लोगों में विशेष जागरूकता है, इससे सभी को प्रेरणा लेना चाहिए।
पंचायत प्रतिनिधियों से किया संवाद
स्पीकर बिरला तीन दिवसीय अपने प्रवास के आखिरी दिन आइजोल के पास एक छोटे से गांव फालकोन पहुंचे, यहां उन्होंने पंचायतराज से जुड़े प्रतिनिधियों से संवाद किया। ग्रामीणों ने उन्हें पहाड़ी जीवन और संस्कृति के बारे में भी बताया। बिरला ने कहा कि अनेकों चुनोतियों के बावजूद यहां के लोग खुशहाल जीवन जीते है। विकास के प्रति जनप्रतिनिधियों के सकारात्मक दृष्टिकोण की बिरला ने तारीफ की। इस दौरान उन्होंने सभी को संसद भवन भ्रमण कर देश मे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को समझने के लिए आग्रह किया।