जब हम फोन में नया ऐप इंस्टॉल करते हैं तो उसे कई तरह की परमिशन और जानकारी देनी होती है। अगर ऐप को डिलीट भी कर दिया जाए तब भी हमारी पर्सनल डिटेल उसी के पास रहती है। ऐसे में आपकी सिक्योरिटी और प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है। इसलिए खुद को सेफ रखने के लिए आपको कुछ सेटिंग जल्द ही कर लेनी चाहिए।
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
स्मार्टफोन लाइफ का अहम हिस्सा बन गया है। ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर खाना मंगाने जैसी हर चीज के लिए हम झट से फोन उठाते हैं और ऑर्डर कर देते हैं। बस इसके लिए हमें ऐप खोलना होता है। जिन ऐप्स को हम धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे होते हैं, उनके पास हमारी निजी जानकारी भी जमा होती है, जो हम पहली बार लॉगिन करते वक्त उन्हें दे चुके होते हैं। कुछ तो ऐसे ऐप भी होते हैं, जो डिलीट करने के बाद भी अपने पास डेटा सेव रखते हैं। अगर आप चाहते हैं कि इनके पास आपका निजी डेटा न रहे तो कुछ चीजें आपको जल्दी कर लेनी चाहिए।
सिक्योरिटी का रिस्क
जब हम फोन में ऐप इंस्टॉल करते हैं तो हमसे लोकेशन, सोशल मीडिया फाइल एक्सेस करने की परमिशन, डॉक्युमेंट जैसी तमाम चीजों का एक्सेस ले लिया जाता है और जब हम इन ऐप्स को डिलीट कर देते हैं, तब भी वह एक्सेस इनके पास ही रहता है। ऐसे में आपकी सिक्योरिटी खतरे में पड़ सकती है। अगर आप चेक करना चाहते हैं कि किस ऐप के आप आपकी जरूरी जानकारी है, तो इसे पता करने का एक आसान सा तरीका है।