एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने खान विभाग के तत्कालीन फोरमैन जगदीश प्रसाद मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। एसीबी की जांच में आरोपी जगदीश मीणा (41) निवासी श्यामपुरा तहसील जिला सवाई माधोपुर, तत्कालीन फोरमैन खान एवं भू विज्ञान विभाग कोटा द्वारा अपने पद व अधिकारों का दुरुपयोग कर अपनी वैध आय से कई अधिक की परिसंपत्तियों अर्जित करना पाया। जो वैध रूप से अर्जित संपत्ति से 205 प्रतिशत अधिक पाई गई।

8 साल पहले किया था ट्रैप

एडिशनल एसपी एसीबी कोटा विजय स्वर्णकार ने बताया 9 मार्च 2016 को ट्रैप कार्रवाई के दौरान खान विभाग कोटा में तत्कालीन फोरमैन जगदीश प्रसाद मीणा को गिरफ्तार किया था। आरोपी की आवास की तलाशी में मिले सामान व अन्य संपत्ति दस्तावेज के संबंध में उपमहानिरीक्षक कल्याणमल मीना के निर्देश में एसीबी द्वारा जांच की गई। जांच में वैध स्रोतों से प्राप्त आय से अधिक पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया।

ये था मामला

परिवादी ने मार्च 2016 में एसीबी कोटा चौकी को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया कि वो प्राइवेट ठेकेदार है। जेसीबी व ट्रैक्टर किराए पर लेकर मिट्टी व बजरी डालने का काम करता है। इस काम के लिए नियमानुसार खान विभाग से एसटीपी व रवन्ना बुक लेनी पड़ती है। एसटीपी के लिए खान विभाग में आवेदन किया। दलाल के जरिए फोरमैन जगदीश मीणा ने रिश्वत मांगी। दलाल ने 5 हजार की रिश्वत की रकम जगदीश मीणा के लिए ली। 10 हजार की ओर डिमांड की। शिकायत सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रेप कार्रवाई की। आरोपी देवीलाल बंशीवाल,आनंद सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।आरोपी जगदीश मीणा को तलाश कर गिरफ्तार किया।

एसीबी की टीम ने जगदीश मीणा के कोटा जीएडी, श्रीनाथपुरम स्थित आवास की तलाशी ली। बैंक खाते व दस्तावेजों की जांच की। जांच में सामने आया कि जगदीश की साल 2013 में पहली पोस्टिंग हुई थी। एसीबी ने अक्टूबर 2013 से मार्च 2016 तक के आय व्यय के दस्तावेज खंगाले। जिसमें 8 लाख 18 हजार 899 रूपए की आय से अधिक परिसम्पत्तियां पाई। जो वैध रूप से अर्जित संपत्ति से 205.07 प्रतिशत अधिक है।