कहा कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन एक 'एक्सपायर इंजेक्शन' है; दोनों ने हार स्वीकार कर ली है।

"लोगों का घरों से निकलकर वोट डालना लोकतंत्र की जीत है, और यह देश के संविधान पर जनता के भरोसे का सबूत है।"

"राहुल गांधी नेता नहीं, रीडर हैं, वे नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा दी गई स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुघ ने जम्मू में  प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर में चल रहे चुनाव में जनता का उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, "एक महीने से हम चुनाव अभियान में सक्रिय हैं, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोगों का भरोसा विकास और विश्वास की बुनियाद पर आगे बढ़ रहा है।"

तरुण चुघ ने आगे कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री के संदेश को स्वीकार किया है और इसका नतीजा बड़ी संख्या में वोटिंग के रूप में सामने आया है। जहां पहले वोटिंग का प्रतिशत चार से आठ प्रतिशत तक होता था, आज यह बढ़कर साठ प्रतिशत तक पहुंच चुका है, जो मोदी सरकार की कामयाबी है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की जीत बताते हुए कहा, "लोगों का घरों से निकलकर वोट डालना लोकतंत्र की विजय है, और यह देश के संविधान पर जनता के भरोसे का सबूत है।"

तरुण चुघ ने जम्मू-कश्मीर में वंशवादी राजनीति की आलोचना करते हुए कहा, "वंशवादी पार्टियों की परंपरा खत्म होने वाली है। अब फैसला जनता करेगी, न कि किसी खास परिवार का सदस्य।" उन्होंने उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी को 'कंफ्यूज्ड' करार देते हुए कहा कि ये दोनों जम्मू-कश्मीर की जनता को गुमराह करना चाहते हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि जब कश्मीरी पंडितों को जबरन कश्मीर छोड़ने पर मजबूर किया गया, उस समय फारूक अब्दुल्ला मुख्यमंत्री थे और मुफ्ती मोहम्मद सईद केंद्र में गृह मंत्री थे। इन घटनाओं के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा, "नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की गलतियां कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के लिए जिम्मेदार हैं।"

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि उनकी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए कहा, "वे कहते हैं कि हम आतंकवादियों को छोड़ देंगे, लेकिन हम एक भी आतंकवादी को नहीं छोड़ेंगे।" उन्होंने इन विचारों को 'मंगरीलाल के सपने' करार देते हुए कहा कि सरकार आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्य के दर्जे के बारे में बात करते हुए तरुण चुघ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहाल किया जाएगा। उन्होंने उमर अब्दुल्ला को संबोधित करते हुए कहा, "उमर अब्दुल्ला कभी कहते हैं चुनाव नहीं लड़ेंगे, कभी कहते हैं दाढ़ी नहीं कटवाएंगे, लेकिन फिर दो जगह से चुनाव लड़ते हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की औद्योगिक नीति से जम्मू-कश्मीर में निवेश बढ़ा है और सरकार का उद्देश्य इसे देश का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनाना है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुघ ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को 'एक्सपायर इंजेक्शन' करार देते हुए कहा कि इन पार्टियों ने अपना विश्वास खो दिया है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी नेता नहीं, रीडर हैं, वे नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा दी गई स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के भारत के साथ विलय के मुद्दे पर हमेशा असमंजस का प्रदर्शन किया है, और इन पार्टियों ने यहां की जनता को गुमराह किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में तरुण चुघ ने जम्मू-कश्मीर की जनता से अपील की कि वे तीसरे चरण के मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और लोकतंत्र को मजबूत करें। उन्होंने कहा, "जनता अलगाववाद और नफरत की दुकान को बंद करना चाहती है।" प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के मुखय प्रवक्ता अधिवक्ता सुनील सेठी, प्रवक्ता अभिजीत जसरोतिया, मीडिया सेंटर के प्रभारी अरुण गुप्ता, पंजाब के मुख्यमंत्री के पूर्व  सलाहकार विनीत जोशी और मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा भी मौजूद थे।