सकल वाल्मिक समाज बूंदी के तत्वावधान में बुधवार को आरक्षण से वंचित एससी एसटी समाज द्वारा उच्चतम न्यायालय के आरक्षण उप वर्गीकरण फैसले के स्वागत में धन्यवाद जनरैली का आयोजन हुआ,रैली में बड़ी संख्या में महिला पुरुष शामिल रहे।इससे पूर्व आजाद पार्क में विशाल सभा का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य वक्ता आदि धर्म गुरु दर्शन रत्न रावण ने कहा की एक अगस्त 2024 के फैसले ने केवल वर्गीकरण का फैसला ही हमे प्रदान नही किया,बल्कि उससे भी आगे बढ़कर हमे एकता का नायाब तोहफा दिया जिसके लिए हम युगों तक सर्वोच्च न्यायालय के आभारी रहेंगे।सुप्रीम कोर्ट ने बहुत सोच समझ कर विवेकपूर्ण ही नहीं वल्कि मानवीय निर्णय करते हुए आरक्षण के भीतर आरक्षण की व्यवस्था की है,इससे दलित एकता का नारा देने वालों के चेहरे बेनकाब होने लगे है।रावण ने शंका जताते हुए कहा की वैसे तो हमे पूरी उम्मीद है कि केंद्र व राज्य सरकारें ईमानदारी तथा तत्परता से माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करे,अन्यथा यह धन्यवाद रैली प्रचंड रूप भी धारण कर सकती है।
कानून मंत्रालय भारत सरकार के सेवानिवृत संयुक्त सचिव डॉक्टर ओपी शुक्ला ने कहा की शिक्षित व्यक्ति ही समाज को कुछ दे सकता है, शिक्षितो का सम्मान होना चाहिए,सुप्रीम कोर्ट ने हमे हक तो दे दिया,अब हमारी बारी है इसे लागू करवाने की।पंजाब हरियाणा इस लड़ाई में आगे है।आज तक समाज में सफाई कार्य से जुड़े लोगो के साथ न्याय नहीं हो पाया है,संपन्न दलितों को छोटे लोगो को लाभ मिलना मंजूर नहीं है।भारत सरकार के सेवानिवृत वरिष्ट अनुवादक रमेश भंगी ने कहा की हमे समझदार बनना होगा,हम आरक्षण प्राप्त कर हमारी आने वाली पीढ़ियों को आगे बढ़ाए।घर में अच्छी किताबे रखे,अच्छा माहौल बच्चो को प्रदान करे।अधिवक्ता सचिन डिगिया ने कहा की वर्गीकरण के वजह से समाज में 1अगस्त 2024 का फैसला समाज में महत्वपूर्ण साबित होगा।यह फैसला समाज के उत्थान के लिए है,हमे इसे समझना होगा,अंबेडकर को समझना होगा।अनुच्छेद 338 के तहत एससी एसटी आयोग सभी के लिए समान रूप से कार्य करे। डिगिया ने कहा की संपूर्ण भारत में वाल्मीकि समाज को एक ही नाम से संबोधित किया जाना चाहिए।राष्ट्रीय अध्यक्ष नवल गुरु गादीपति आचार्य चरणदास महाराज ने कहा की आरक्षण लागू करवाने के लिए हम मिशन बनाकर कार्य करना होगा।