कोटा शहर में जबरदस्त वायरल फैल रहा है और डेंगू के कारण भी लोगों को एसडीपी की आवश्यकता महसूस की जा रही है। प्रतिदिन एसडीपी के केस बढते जा रहे हैं, लोग एसडीपी के लिए भटक रहे हैं, कहीं डोनर नहीं मिल रहा तो कहीं डोनर पर्याप्त खानापूर्ति नहीं कर पा रहा, ऐसे में टीम जीवनदाता दिनरात लोगों की मदद कर रही है। टीम जीवनदाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि निजी अस्पताल में भर्ती मरीज सत्यनारायण की प्लेटलेट कम होने पर चिकित्सकों ने एसडीपी के लिए कहा, ऐसे में उनके पुत्र जुगल किशोर परेशान हो रहे थे। किसी ने टीम जीवनदाता से सम्पर्क के लिए कहा और परिजन देर रात को ही अपना ब्लड सेंटर पहुंचे, वहां उपस्थित स्टॉफ ने उन्हें एसडीपी के लिए आश्वस्त किया। भुवनेश गुप्ता ने बताया कि लायंस क्लब कोटा स्टार के अध्यक्ष नरेश शर्मा को कॉल किया तो उन्होंने अल सुबह 4 बजे कॉल उठाते ही सेवा के कार्य को करने की इच्छा जाहिर की। उसके बाद वह अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंचे और दूसरी बार एसडीपी डोनेट की। वह 48 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं। पहली बार एसडीपी डोनेशन के साथ ही उन्होंने संकल्प लिया था कि मानव सेवा सबसे बडी सेवा है और वह निरंतर करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जेसीआई में भी सेवा के लिए प्रेरित किया जाता है और इसी सोच के साथ लोगों की मदद का हमेशा मन रहता है। उन्होंने सेवा कर रही संस्थाओं से भी आगे आकर एसडीपी करने का आग्रह किया है।