ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने रविवार को शहर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। मंत्री नागर ने इन्द्र विहार स्थित आवास पर जनसुनवाई की और मौके पर ही जनसमस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए।
उन्होंने सुबह स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से नयागांव टोल प्लाजा पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया। वहीं उपस्थित कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। इस दौरान संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हमें प्रकृति को बचाने के लिए प्लास्टिक का बहिष्कार करना होगा। अधिकतम पौधे रोपकर ही प्रकृति को बचाया जा सकता है। पृथ्वी पर बढ़ती गर्मी और प्राकृतिक असंतुलन से बचने के लिए हमें पर्यावरण संरक्षण की ओर मजबूत कदम बढ़ाने होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। सीमावर्ती पश्चिमी राजस्थान में जमीन बहुतायत में उपलब्ध है। देश में इन्वेस्टर्स की पहली पसंद राजस्थान बना है। प्रदेश की सरकार ने उद्योगों के लिए जमीन अलॉटमेंट की नीति में भी शिथिलता दी है। जिससे अधिकतम उद्योग स्थापित होकर युवाओं को रोजगार मिल सके। प्रदेश में औद्योगिक वातावरण तैयार करने के लिए प्रदेश की सरकार हरसंभव सुविधा और विशेष पैकेज देने के लिए भी तैयार है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राजस्थान में विद्युत वितरण उत्पादन में सुधार के कार्य चल रहे हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में पर्याप्त सुधार किए जा रहे हैं। नए फीडर और जीएसएस के साथ ही सोलर के द्वारा विद्युत उत्पादन का काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री के संकल्प को पूर्ण करते हुए किसानों को डिमांड के अनुसार दिन में बिजली दी जाएगी। गुजरात में हुई समिट में रीन्यूएबल, अक्षय ऊर्जा, सोलर से संबंधित उद्योग राजस्थान में स्थापित होना चाहते हैं। प्रदेश में सोलर और विंड से ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश जमीन और पानी की बहुता यत के साथ पावर में भी मजबूत होगा। राजस्थान के लोगों ने दूसरे प्रदेशों में और विदेशों में जाकर अपनी मेहनत के दम पर जगह बनाई है। आज वे सभी प्रवासी राजस्थानी प्रदेश में आकर इन्वेस्ट करना चाहते हैं। राजस्थान भी दिल खोलकर उनका स्वागत करने को तैयार है।