बूंदी.राहुल गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देश और प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को मामले को लेकर जिले के तीनों विधायकों की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट में प्रवेश को लेकर कांग्रेस नेताओं की पुलिस से कुछ देर बहस भी हुई। इसी बीच आक्रोशित भीड़ ने मुख्य गेट को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर लिया। प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ था।
15 दिन पूर्व चिट्ठी लिखी कलेक्टर ने नहीं बुलाई बैठक
पूर्व मंत्री और हिंडोली से विधायक अशोक चांदना ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि पिछले दिनों जिले भर में अतिवृष्टि से हिंडोली-नेनवा क्षेत्र की अधिकांश फसलें बर्बाद हो गईं। लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मेरे द्वारा मामले को लेकर जब कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर विशेष बैठक बुलाने का आग्रह किया तो आज तक प्रशासन की ओर से छुट्टी का कोई जवाब नहीं मिला। विधायक चांदना ने कहा कि मजबूरन आज हमें धरना प्रदर्शन करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आपसी विचारविमर्श कर जिला प्रशासन को एक माह का समय दिया है। अगर एक माह के बाद भी अतिवृष्टि का मुआवजा और अन्य मामलों का निस्तारण नहीं हुआ तो 21 अक्टूबर को बूंदी में विशाल जन आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
छवि खराब करने की कोशिश
बूंदी से कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर सोशल मीडिया के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की छवि खराब करने का आरोप लगाया। विधायक शर्मा ने कहा कि बूंदी जिले में अधिक वर्षा से फसलों को हुए नुकसान का अब तक सर्वे नहीं किया गया। इससे किसानों और बाढ़ प्रभावितों में रोष है। इसी को लेकर जिला प्रशासन से विशेष बैठक बुलाने का आग्रह किया था लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों को किसानों के नुकसान और उनकी परेशानी से कोई लेना देना नहीं है।
मुख्य द्वार तोड़ अंदर घुसे
कलेक्ट्रेट में प्रवेश को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर पुलिस से काफी बहस हुई। मुख्य गेट को लगाकर वहां तैनात पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकरियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, नेता ओर कार्यकर्ता अंदर प्रवेश की मांग कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों और जवानों के तमाम प्रयासों के बाद भी भीड़ मुख्य गेट को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर गई। जबकि, मुख्य गेट पर तीन थाना अधिकारियों सहित भारी भरकम पुलिस और आरएसी के जवान तैनात थे।