कोटा(बीएम राठौर). सामाजिक विकास सेवा समिति सांगोद से जुड़े सदस्य भी आपदा प्रबंधन में पुलिस एवं प्रशासन के सहयोगी बनेंगे। इसके लिए समिति से जुड़े विशेषज्ञ तैराकों द्वारा कई युवाओं को तैराकी का प्रशिक्षण दिया गया है। इससे पहले समिति से जुड़े सदस्य पहले भी कई बार नदियों में डूबे लोगों को अपने स्तर पर बाहर निकालने में पुलिस एवं प्रशासन का सहयोग करते आ रहे हैं। समिति अध्यक्ष शबराती अली ने बताया कि सांगोद शहर व आसपास के क्षेत्र उजाड़, कालीसिंध व परवन नदियों से घिरे हुए है। इस दौरान बाढ़ व अन्य दिनों में कई लोगों की डूबने से मौत हो जाती है। यदि व्यक्ति स्वयं तैराक हो तो वो ना केवल अपनी जान बचा सकता है, बल्कि दूसरों की मदद भी कर सकता है। इसके लिए यहां पांच दिनों तक तीन-तीन अनुभवी तैराकों की टीमों ने शहर के कई युवाओं को तैराकी का प्रशिक्षण दिया है। समिति सचिव शावेद ने बताया कि समिति द्वारा युवाओं को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसका मकसद नदी में तैरने से उनके अंदर के डर को निकालना है। कोषाध्यक्ष साजिद अली ने बताया कि जिन युवाओं को प्रशिक्षित किया गया वो अब प्रशिक्षित तैराक की तरह समिति के साथ जुड़कर काम करते रहेंगे।