भारतीय राष्ट्रीय किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज दुबे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर किसानो की सम्पूर्ण कर्जमाफी की मांग की है।मनोज दुबे ने कहा की भाजपा सरकार में किसानों की आय दोगुनी होने के स्थान पर लागत व कर्ज दोगुना हो गया।किसानो की आय दोगुनी करने मे पूर्ण रूप से विफल केंद्र सरकार किसानो की सम्पूर्ण कर्जमाफी की घोषणा कर किसानो को राहत दे।केंद्र की भाजपा सरकार ने पिछले 10 वर्षो मे किसानो का एक रूपया भी माफ नही किया है।लेकिन देश के बडे उघोगपतियों का 16 लाख करोड रूपए का कर्ज माफ कर दिया है।
मनोज दुबे ने कहा की 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की गारंटी देने वाली भाजपा सरकार में किसानों को फसल का लागत मूल्य भी नही मिल रहा है।केंद्र की भाजपा सरकार समर्थन मूल्य लागत खर्च से भी कम घोषित कर किसानो की कमरतोड़ने का काम कर रही है।लगातार बढ़ते डीजल,बिजली,खाद-कीटनाशकों के दामों ने खेती-किसानी की लागत को कई गुना बढ़ा दिया है।खेती की लागत बढ़ने व किसान की आय घटने से किसान कर्ज लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं।जिससे किसानो पर कर्ज का बोझ बढता ही जा रहा है।
मनोज दुबे ने कहा की देशभर में भारी बारिश और लंबा मानसून खरीफ की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है राजस्थान,उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,हिमाचल प्रदेश और दक्षिण भारत के कई राज्यों में फसलें पूर्ण रूप से चौपट हो गई हैं।देश का किसान तबाह और बर्बाद हो गया।ऐसे मे किसानो को राहत देने की भारी आवश्यकता है।
मनोज दुबे ने कहा की सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2300 व सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रूपए क्विंटल घोषित किया है।जो लागत से भी काफी कम है।नए समर्थन मूल्य से धान किसानो को 1700 रूपए क्विंटल व सोयाबीन किसानो को 3108 रूपए क्विंटल का भारी नुकसान है।सरकार धान का समर्थन मूल्य बढाकर 4000 रूपए क्विंटल व सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढाकर 8000 रूपए क्विंटल घोषित कर किसानो को राहत दे।