कोटा मंडल के बूंदी स्टेशन पर दिनांक 14 सितम्बर को रेलवे में होने वाली दुर्घटनाओं के मद्देनजर रेलवे में जानमाल की क्षति की रोकथाम एवं आपातकालीन परिस्थितियों में रेलवे एवं राज्य सरकार की आपदा प्रबन्धन एजेन्सियों की संरक्षा के प्रति जागरूकता व सजगता को परखने हेतु 6 वीं राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल बटालियन की टीम एवं रेलवे विभाग की टीम द्वारा संयुक्त फुल स्केल मॉक ड्रील अभ्यास का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत काल्पनिक दुर्घटना का घटनाक्रम दर्शाया गया एवं घटना से निपटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा अपने कर्मचारियों का कौशल दक्षता जाँचने हेतु एनडीआरएफ की टीम के साथ रेलवे में होने वाली आपदाओं से किस तरह निपटा जाए इसका संयुक्त अभ्यास किया गया। इस संयुक्त अभ्यास के अंतर्गत काल्पनिक गाड़ी सं. 02945 डाउन के एक स्लीपर एवं जनरल कोच अवपथित होकर एक-दूसरे के ऊपर चढ़ना दर्शाया गया व 15 व्यक्ति चोटिल एवं 04 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिसकी सूचना बूंदी के ऑन डयूटी स्टेशन मास्टर द्वारा समय 06:50 बजे कंट्रोल ऑफिस कोटा को प्राप्त होने पर डीआरएम श्री मनीष तिवारी सहित सभी विभागों के अधिकारी सड़क मार्ग द्वारा एवं चिकित्सा टीम के अधिकारी दुर्घटना राहत गाड़ी से घटना स्थल पर पहुंचे। साथ-साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस एवं रेलवे कर्मियों द्वारा बोगियों में फंसे घायल यात्रियों को निकालने व चिकित्सा मुहैया कराने का अभ्यास किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के पश्चात घटना को समय 08:20 बजे श्री विनोद कुमार मीना-वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, कोटा द्वारा मॉक ड्रिल घोषित किया गया।
बून्दी जिला परिषद सीईओ रवि वर्मा, बूंदी उपखंड अधिकारी एच.डी. सिंह एवं पुलिस उप अधीक्षक अमर सिंह राठौर, तहसीलदार अर्जुन लाल मीणा सहित आपातकालीन आपदा प्रबन्धन से जुड़ी एजेन्सी जैसे एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा, फायर ब्रिगेड सेवा, चिकित्सा एजेन्सी, सिविल पुलिस इत्यादि भी अभ्यास में सम्मिलित हुए। मॉक ड्रिल के इस अभ्यास में एनडीआरएफ. की टीम का नेतृत्व ई/6, अजमेर कंपनी के डिप्टी कमांडेंट श्री योगेश कुमार मीना द्वारा किया गया।