मुमुक्षु मानवी आंचलिया परिवार द्वारा मंगल भावना समारोह आयोजित

दीक्षा लेकर समर्पण भावना से संयम में लग जाएं

नोखा(सुरेश जैन)

 नोखा में जैन शवेताम्बर तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य श्री महाश्रमण जी की कृपा से उत्सव सा माहोल व उत्साह है। आंचलिया परिवार में जन्म हुआ संस्कार ग्रहण कर वैराग्य की ओर अग्रसर मुमुक्षु मानवी जीवन में संयम ग्रहण कर विकास करें साधना करें ।यह उद्गार शासन गौरव साध्वी राजीमती ने आंचलिया परिवार के मंगल भावना समारोह पर कहे। बालक बालिकाओं ने रोचक ढंग से मुमुक्षु मानवी के बाल्य काल से अब तक के जीवन संस्मरण प्रस्तुत किये ।प्रारंभ से वैराग्य तक डॉक्यूमेंट्री में दादीसा महाराज राजीमती जी की प्रेरणा से तैयार हुई बीज वपन हुआ बताया। मुमुक्षु शांता बहन श्री भंवरलाल बैद पारिवारिक जनों ने तेरापंथ की दीक्षा व नोखा में साध्वी श्री जी के कर कमलो से होना अद्वितीय विलक्षण बताया। पिता श्री अरुण आंचलिया वह माता के चरणों को पानी से मुमुक्षु मानवी ने धोया तब सब भाव विभोर हो गए अश्रु धारा नहीं रोक पाए । कुशल संचालन श्रीमती खुशबू भादानी वह बोबी डागा ने किया।

 महावीर चौक के भव्य पंडाल में विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे हैं। कोलकाता से श्री कमल ललवानी श्री भंवरलाल बैद श्री रणजीत दुगड भुवनेश्वर से श्री सुभाष भूरा दिल्ली से श्री सुभाष सेठिया लाडनू से परमार्थिक शिक्षण संस्था की 30 बहनें आदि एक दीक्षा का मैला सा लग रहा है ।इंदरचंद बैद कवि ने बताया सभा के अध्यक्ष शुभकरण चौरडिया मंत्री मनोज घीया उपाध्यक्ष लाभचंद छाजेड़ रोहित चौरडिया महिला मंडल अध्यक्ष सुमन मरोठी तेयुप अध्यक्ष निर्मल चोपड़ा किशोर मंडल व कन्या मंडल सभी टीम कार्यकर्ता दिन-रात आयोजन को सफल करने में लगे हैं। टेंट व्यवस्था श्री शिव कुमार भूरा और भोजन व्यवस्था दिलीप बैद टीम संभाल रहे हैं। रात्रि में भव्य भजन संध्या में गायककार मीनाक्षी भूतोडिया मुम्बई ने सुमधुर भजनों के द्वारा समा बांध दिया। सभी भावविभोर हो गए।

15 सितंबर रविवार को भव्य शोभा यात्रा महावीर चौक से प्रारंभ होगी सुबह 9:00 बजे सभा का स्वर्ण जयंती समारोह में साध्वी श्री जी का विशेष उद्बोधन व सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। रात्रि को मंगल भावना कार्यक्रम में मुमुक्षु बहनों द्वारा रहेगा। और 16 सितंबर को सुबह 9:00 बजे से दीक्षा समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें शासन गौरव साध्वी श्री राजीमती द्वारा मुमुक्षु मानवी को दीक्षा प्रदान की जायेगी।