राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर ट्वीट करके प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी है. उन्होंने न सिर्फ राज्य सरकार पर व्यापारियों की मागों को इग्नोर करने के आरोप लगाए हैं, बल्कि सरकार में सब कुछ ठीक न चलने की तरफ भी इशारा किया है. कांग्रेस नेता का ये ट्वीट ऐसे समय पर आया है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा विदेश दौरे पर हैं, और वहां बड़े उद्यमियों से मिलकर उन्हें राजस्थान में निवेश करने का न्यौता दे रहे हैं. गहलोत ने एक्स पर लिखा, 'यह बेहद दुर्भाग्य की बात है कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री विदेश जाकर वहां के उद्यमियों से राजस्थान में आकर निवेश करने की बात कर रहे हैं, पर राजस्थान के मार्बल-ग्रेनाइट उद्यमियों की मांगों को प्रदेश की भाजपा सरकार केन्द्र के सामने क्यों नहीं रख रही है? सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए कि प्रदेश के उद्यमी हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. यह भी आश्चर्यजनक है कि राजस्थान की वित्त मंत्री ने दिल्ली में होने के बावजूद GST काउंसिल में भाग क्यों नहीं लिया? यह दिखाता है कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.' दरअसल, देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हाल ही में उदयपुर दौरे पर आए थीं. इस दौरान व्यापारियों ने उनके सामने मार्बल-ग्रेनाइट पर जीएसटी घटाने की मांग उठाई थी. इस दौरे के बाद सोमवार को दिल्ली में जीएसटी काउंसलिग की बैठक हुई थी. मगर, वित्त मंत्री दिल्ली में होने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हुईं. ऐसे में मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर वहां पेश हुए. हालांकि उन्होंने संवाद के दौरान मार्बल व ग्रेनाइट पर जीएसटी घटाने की मांग नहीं उठाई, जिससे व्यापारियों को बड़ा झटका लगा.