राजस्थान में मानसून का कोटा कब का ही पूरा हो चुका है। अब जो पानी बरस रहा है वह बोनस है और अभी तो 16 सितंबर तक अच्छी बारिश है और उसके बाद इस महीने के अंत तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है। इस बार रेन सिस्टम राजस्थान में चौंकाने वाला रहा है। शुष्क और रेगिस्तानी इलाकों में इतना पानी बरसा है कि पिछले कई सालों के रिकॉर्ड टूट गए हैं। राजस्थान के रेगिस्तान यानी जैसलमेर में तो बाढ़ के हालात हो गए हैं। माटी अभी तक नहीं सूख रही है। जैसलमेर राजस्थान का वो जिला है जहां इस बार अब तक सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। सात सितबंर तक बारिश के रिकॉर्ड की जिला स्तर पर बातचीत की जाए तो जैसलमेर जिला ऐसा है जहां सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। जैसलमेर में औसतन 150 से 170 एमएम तक बारिश का औसत रहता है। लेकिन इस बार बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ डाला है। बताया जा रहा है कि पच्चीस साल में पहली बार रेगिस्तान में इतनी पानी बरसा है। इस बार करीब 424 एमएम तक बारिश हो चुकी है जो औसत बारिश के आंकड़े से दोगुनी से भी ज्यादा है। यानी जैसलमेर में इस बार करीब 140 एमएम ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।जैसलमेर के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होनें सालों से ऐसा नजारा नहीं देखा जब रेगिस्तान में घास का कालीन बिछ गया हो। 31 अगस्त 2024 तक के रिकॉर्ड की बात करें तो जैसलमेर के सम इलाकों में 590 एमएम बारिश हो चुकी है। यह अब तक का रिकॉर्ड है। जबकि यहां औसतन 200 एमएम तक बारिश दर्ज की जाती है। सम इलाका जैसलमेर का सबसे गर्म और ठंडा रहने वाला इलाका है। यह शहर से करीब चालीस किलोमीटर की दूरी पर है। यहां गर्मी में तापमान करीब पचास डिग्री तक पहुंचता है तो सर्दी में शून्य तक आ जाता है। लेकिन इस बार बारिश ने यहां पर रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं।