काला बाला के देवता श्री वीर तेजाजी महाराज के मेले को लेकर किए जा रहे आयोजन के तहत रविवार रात को गाजे-बाजे और हर्ष उल्लास के साथ तेजाजी महाराज की झंडी निकाली गई। इस दौरान गायक कलाकारों ने परंपरागत तरीके से अलगोज गायन कर लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया। व्याख्याता जितेन्द्र वर्मा ने बताया की रात्रि 9 बजे तेजाजी गायन और पूजा अर्चना के साथ बिंदोरी शुरू हुई जो मेघवाल मोहल्ला, चंदेरियों की गली, भाल चंद्र गणेश जी, खांडेराय गणेश जी होती हुई बिजासन माता मंदिर प्रांगण पहुंची जहां एक और तो तेजाजी गायन का दौर चला वही दूसरी ओर महिला मंडल की महिलाओं ने जमकर गीत गाए व नृत्य किया। इस दौरान उमेश वर्मा ने जितेंद्र वर्मा ने प्रतीक चिन्हों को लिया, तत्पश्चात झंडी चारभुजा मंदिर, रामदेव जी के मंदिर में होकर खंडार वाले बाबा के मंदिर पहुंची जहां देर रात तक तेजाजी गायन का दौर चला। रात्रि 1 बजे पूजा अर्चना के बाद मेघवाल मोहल्ला स्थित तेजाजी चौक में पहुंचकर कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान जगह- जगह धर्मप्रेमियों ने झंडी का स्वागत किया और घी, नारियल आदि चढ़ा कर पूजन किया।