जयपुर हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर को पद से हटाने की तैयारी की जा रही है। मेयर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति के बाद सरकार कभी भी इस पर फैसला ले सकती है। चालान पेश होते ही पद से निलंबित कर दिया जाएगा।दरअसल, सोमवार को यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा अपने आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। खर्रा बोले- जैसे ही एसीबी मेयर के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करेगी, उसके साथ ही मेयर को उनके पद से निलंबित कर दिया जाएगा।मुनेश गुर्जर को उनके पद से हटाने के बाद मौजूदा पार्षदों में से किसी एक को सरकार 60 दिन के लिए अस्थायी तौर पर मेयर का चार्ज सौंप देंगी। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि मेयर का पद जिस वर्ग के लिए आरक्षित है। उस वर्ग के किसी पार्षद को 60 दिन के लिए कार्यवाहक मेयर बनाया जाएगा।इस पर जब उनसे सवाल किया- हेरिटेज में कांग्रेस का बोर्ड है तो क्या कांग्रेस के किसी पार्षद को भी चार्ज दिया जा सकता है ? इस पर मंत्री ने जवाब दिया- सरकार जिसे उचित समझेगी उस पार्षद को मेयर का चार्ज देगी। वहीं 60 दिन बाद में कार्यवाहक मेयर का चार्ज बढ़ाया जाएगा या चुनाव होंगे, इसका फैसला राज्य चुनाव आयोग करेगा।दरअसल, हाईकोर्ट ने मेयर मुनेश के अभियोजन पर 3 सितंबर को डीएलबी से पूछा था कि अभी तक विभाग ने निर्णय क्यों नहीं लिया। निदेशक से 9 सितंबर को हाजिर होकर जवाब मांगा था। इससे एक दिन पहले ही डीएलबी की ओर से मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी कर दी गई।