नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर का बरामदा ध्वस्त हुआ। तालाब में भारी पानी की आवक और पानी के रिसाव के कारण नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर का बरामदा क्षतिग्रस्त हो गया। इस बारे में जानकारी देते हुए ओम प्रकाश सोनी समिति सदस्य ने बताया कि पूर्व में भी मंदिर का एक हिस्सा पानी रिसाव के कारण ध्वस्त हो गया था। जिसके बारे में प्रशासन को सूचित किया गया। मगर प्रशासन द्वारा मौका अवलोकन तो किया मगर कोई भी इंतजाम नहीं किया।जिसके कारण एक बार फिर पानी के रिसाव के चलते दूसरा बरामदा भी ध्वस्त हो गया। प्रशासन की इस अनदेखी का शिकार मंदिर परिसर ही नहीं बल्कि पूरी तालाब की पाल हो रही है। पूर्व में भी तीज के चबूतरे की दीवार रह गई थी। जिसका निर्माण करवाया गया ।जो की उत्तम क्वालिटी का न होने के कारण वह तालाब की दीवार भी बैठ गई। साथ पास स्थित एक और महादेव मंदिर का चबूतरा भी बैठ गया और ध्वस्त होने के कगार पर है।
सभी शहर वासी वर्तमान समय में तालाब की पाल से दूर रहना जनहित मे होगा।क्योंकि तालाब का अधिकांश हिस्सा कमजोर है।और कभी भी कोई भी अनहोनी हो सकती है अतः तालाब की पाल व पानी वाले स्थान से पर्याप्त दूरी बनाए रखें।