जिला सहकारी विकास समिति की बैठक जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित की गई । बैठक में उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नरेश शुक्ला द्वारा बताया गया कि जिले की ग्राम सेवा सहकारी समितियों को आदर्श उपविधियां लागू कर बहुउद्देशीय बनाया गया है। जिला कलेक्टर द्वारा जिले में डेयरी समितियों एवं मत्स्य सहकारी समितियों का गठन करने , ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कॉमन सेवा केंद्र - ई मित्र प्रारंभ करने , समितियों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र के रूप में विकसित करने बाबत संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
प्रबंध निदेशक सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक मुकेश मोहन गर्ग द्वारा भारत सरकार की सहकार से समृद्धि योजना के अंतर्गत विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना में चयनित ग्राम सेवा सहकारी समितियों में भूमि आवंटन बाबत प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। जिले की 158 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में पैक्स कंप्यूटराइजेशन का कार्य प्रक्रियाधीन है जिनमें से 51 समितियां ऑनलाइन पोर्टल पर लाइव हो चुकी है। जिला कलेक्टर ने शेष रही अन्य समितियों में भी कंप्यूटराइजेशन की कार्यवाही प्रारंभ करने निर्देश दिए ।
जिले की करवर ग्राम सेवा सहकारी समिति में जन औषधि केंद्र प्रारंभ किया जा चुका है, जिला कलेक्टर ने द्वारा जिले के अन्य ब्लॉक में भी जन औषधि केंद्र प्रारंभ करने बाबत निर्देश दिये। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक राजकुमार द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों में एफ पी ओ के गठन की आवश्यकता बताई गई ताकि किसानों को और अधिक सुविधाएं समितियों के माध्यम से प्राप्त हो सके।
जिला कलेक्टर द्वारा जिले की ग्राम सेवा सहकारी समितियों को राष्ट्रीय स्तर पर गठित की गई 3 सहकारी समितियों भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड, नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक सोसायटी, नेशनल एक्सपोर्ट कोऑपरेटिव सोसायटी की सदस्यता ग्रहण करने बाबत निर्देशित किया।