महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान दिया है। उधर, पुलिस ने ठेकेदार जयदीप आप्टे पर शिकंजा कसते हुए लुकआउट नोटिस जारी किया है। केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यदि सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाने के लिए स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया होता, तो प्रतिमा नहीं ढहती। बीजेपी के वरिष्ठ नेता गडकरी ने मंगलवार को तटीय क्षेत्रों में जंग प्रतिरोधी उत्पादों के उपयोग की आवश्यकता की वकालत करते हुए यह बात कही।   उन्होंने कहा, ”मैं पिछले तीन साल से इस बात पर जोर दे रहा हूं कि समुद्र के करीब बनने वाले पुलों के निर्माण में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। फिक्की के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “जब मैं (राज्य मंत्री के रूप में) मुंबई में 55 फ्लाईओवरों का निर्माण कार्यान्वित कर रहा था, तो एक व्यक्ति मुझे साथ ले गयाउन्होंने लोहे की छड़ों पर कुछ पाउडर-कोटिंग लगाई और कहा कि वे अब जंग-रोधी हो गई हैंलेकिन उसमें जंग लग रही थी। अब मुझे लगता है कि समुद्र से 30 किमी के दायरे में बनने वाली सभी सड़कों में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। यदि छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा बनाने में स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया होता, तो वह कभी नहीं ढहती।17वीं सदी के मराठा शासक शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 4 दिसंबर को किया था। लेकिन 8 महीने बाद ही 26 अगस्त को यह प्रतिमा गिर गई। पुलिस ने मूर्तिकार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ हत्या के प्रयास, लापरवाही और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया। 

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