पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा- ओम माथुर ने कितनी भी बुलंदियां छू ली हो, लेकिन हमेशा पैर जमीन पर रखते हैं। आपको समझ है कि हम कितने भी ऊपर चले जाएं। पैरों से जमीन नहीं खिसकनी चाहिए। हमारा संपर्क, हमारे कार्यकर्ता, प्रशंसकों और जो हमारा साथ देते हैं। उनके साथ बनाए रखना चाहिए।राजे मंगलवार शाम को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में सिक्किम के राज्यपाल बनने के बाद पहली बार जयपुर पहुंचे ओम माथुर के सम्मान समारोह में बोल रही थीं।पूर्व सीएम ने कहा- यही वजह है कि आज यह पूरा ऑडिटोरियम भरा हुआ है। क्योंकि आपने अपने पैरों को धरातल पर रखने का काम किया है। लेकिन क्या होता है न भाई साहब। ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें कहीं से पीतल की लौंग मिल जाए। वह अपने को सर्राफ(ज्वेलर) समझने लगते हैं। यहां बैठे हुए लोगों को आपसे समझना चाहिए कि बेशक आसमान छू लो, लेकिन पांव हमेशा जमीन पर रखो।राजे ने कहा- माथुर ऊपर से गरम, भीतर से नरम हैं। जिन्होंने छत्तीसगढ़ में कमल खिलाकर असंभव को संभव किया। विपक्षी कुछ भी कहें, गवर्नर रबर स्टैंप नहीं आयरन फिस्ट इन वैल्वेट ग्लव होता है। फिर जैसा घुड़सवार होगा, घोड़ा वैसे ही दौड़ेगा। माथुर कुशल घुड़सवार हैं। जिन्हें लगाम खींचना और चाबुक चलाना अच्छे से आता है।