प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर 3 बजे 2 दिन के दौरे पर ब्रुनेई पहुंचे। एयरपोर्ट पर क्राउन प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका रेड कार्पेट वेलकम किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। यह किसी भारतीय PM का पहला ब्रुनेई दौरा है। दोनों देशों के बीच 2024 में राजनयिक संबधों के 40 साल पूरे हुए हैं।PM मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल-बोल्कैया के निमंत्रण पर यहां आए हैं। थोड़ी देर में दुनिया के सबसे बड़े महल 'इस्ताना नुरुल इमान' में उनका स्वागत होगा। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (30 अगस्त) को बयान जारी कर कहा था कि ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पैसेफिक के विजन के लिहाज से एक महत्वपूर्ण साझेदार है। भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएम मोदी के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इसे और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा।