दशहरा मेले परिसर के प्रवेश द्वार और बाजारों के नाम अब रामायण के पात्रों के नाम पर होंगे। यह निर्णय शुक्रवार दिनांक 30.08.24 को अध्यक्ष विवेक राजवंशी की अध्यक्षता में आयोजित मेला समिति की बैठक में लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए मेला अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने कहा कि कोटा के दशहरा मेले की राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक प्रतिष्ठा है। इसमें अभिवृद्धि के लिए मेला समिति के सभी सदस्य, अधिकारी और कर्मचारी समर्पित भाव से कार्य करें। जो भी कार्य उन्हें बताए जा रहे हैं, उन्हें समय से पूरा किया जाए ताकि इस वर्ष के मेले को हम सामूहिक प्रयासों से भव्य स्वरूप दे सकें। बैठक में मेला परिसर के विभिन्न प्रवेश द्वारों और बाजारों का नाम रामायण के पात्रों पर रखने का निर्णय लिया गया। बैठक में ही चर्चा के बाद नामों को अंतिम स्वरूप भी दे दिया गया। बैठक में ही मेले परिसर के नए नक्शे का भी अनुमोदन किया गया।

सोशल मीडिया पर हो मेले का व्यापक प्रचार

सोशल मीडिया के माध्यम से मेले को विश्व भर में पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम का मेले दशहरा का वेरिफाइड पेज बनाया जाएगा। यू-ट्यूब पर भी मेले का चौनल तैयार किया जाएगा, जिस पर मेले के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण होगा। इसके अलावा सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को भी मेले से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।

कलाकारों के लिए मांगे सुझाव

दशहरा मेले में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए मेले समिति के सदस्यों से कलाकारों के नामों के सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। उन्हें 2 सितम्बर तक अपने सुझाव देने के लिए कहा गया है। मेले में गत पांच वर्षों के दौरान आए कलाकारों को नहीं बुलाने का भी निर्णय किया गया। सुझाव प्राप्त होने के बाद मेला कार्यक्रमों की तिथि को अंतिम रूप दिया जाएगा ताकि इसका व्यापार प्रचार किया जा सके।

मेले में दुकान आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ

मेले में स्थायी दुकानदारों को दुकान आवंटन की प्रक्रिया भी शुक्रवार दिनांक 30.08.24 से प्रारंभ हो गई। पहले ही दिन 25 से 30 स्थायी दुकानदारों ने मेले प्रकोष्ठ में सम्पर्क कर आवेदन पत्र प्राप्त किए। स्थायी दुकानों को पूर्व की दरों पर ही दिया जायेगा। साथ ही अस्थाई दुकानों का आवंटन दिनांक 03 सितम्बर 2024 से प्रारम्भ किया जायेगा। अस्थायी दुकानों की न्यूनतम दरें भी तय कर दी गई है। मेले समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने दुकान आवंटन से जुुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मेला परिसर में ही कैम्प लगाकर दुकान आवंटन की प्रक्रिया करें, ताकि मौके पर भी व्यापारियों को दुकान दिखाई जा सके। यदि व्यापारी कोई परेशानी बताता है तो उसका भी प्राथमिकता से समाधान किया जाए।

मेला समिति की बैठक में समिति सदस्य श्री गिरिराज महावर, श्री योगेश वालिया, श्रीमती विजय लक्ष्मी, श्री ज्ञानेन्द्र आमेरा, श्री सोनू धाकड़, श्री विवेक मित्तल, श्रीमती रेखा यादव, श्रीमती सुमित्रा खींची, श्रीमती भगवती महावर, श्री योगेन्द्र शर्मा श्री संदीप नायक, दक्षिण निगम की आयुक्त श्रीमती सरिता सिंह, उत्तर निगम के आयुक्त श्री अनुराग भार्गव, मेला अधिकारी श्री जवाहर लाल जैन, अतिरिक्त मेला अधिकारी श्री महेश चन्द गोयल, मेला प्रभारी श्री महावीर सिंह सिसोदिया, अधीक्षण अभियन्ता श्री कुलदीप प्रेमी, अधिशासी अभियन्ता श्री ए.क्यू.कुरैशी, श्री संजय विजय, श्री प्रकाशचन्द्र शर्मा, श्री सचिन यादव, मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री राकेश व्यास, उपनगर नियोजक श्री सत्यनारायण राटौर, स्वास्थ्य अधिकारी श्रीमती रिचा गौतम, श्री तनुज शर्मा, मुख्य लेखाधिकारी श्री बी.एल.अग्रवाल, श्री संजय जैन, राजस्व अधिकारी श्री विजय अग्निहोत्री, श्री सुमित कंजोलिया एवं सभी संबंधित अधिकारी, अभियन्ता और कर्मचारी उपस्थित रहे।