हाल ही में कंगना रनौत अपने बयानों के लिए सुर्खियों में है. मंडी की सांसद कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान किसानों को लेकर बड़ा बयान दिया था. साथ ही कहा था कि किसान आंदोलन में बांग्लादेश जैसी हालत हो जाती. उनके इस बयान पर बीजेपी ने भी आपत्ति जताई है और इसके लिए एक नोट जारी किया कि उनके इस बयान से पार्टी सहमत नहीं है. इस बयान को कंगना रनौत का निजी बयान बताया गया. इसके बाद कंगना रनौत की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई है.वहीं अब केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने भी कंगना रनौत के बयान पर असहमति जताई है. उन्होंने कहा कि अन्नदाता का किसी भी तरह से अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. कंगना रनौत ने अपने एक बयान में कहा था कि किसानों के आन्दोलन के दौरान बहुत हिंसा की गई और कई लोगों को मारकर उनकी लाशें लटका दी गईं थीं. कंगना ने कहा था कि अगर मोदी सरकार नहीं होती भारत की हालत भी बांग्लादेश जैसी हो जाती. इसी बयान पर जब केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने पहले इस बयान से अनभिज्ञता जताई. इसके बाद उन्होंने कहा, देश के अन्नदाता के लिए दिया गया इस तरह का कोई बयान गलत है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. भागीरथ चौधरी ने कहा कि देश में जो भी किसानों की बदहाली है, इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उस भारत में 'भारत जोड़ो यात्रा' निकालते हैं जो पहले से ही जुड़ा हुआ है. असल में वह जोड़ने का काम नहीं बल्कि तोड़ने का काम कर रहे हैं.