वाहन निर्माताओं की ओर से कुछ वेरिएंट्स में स्टील रिम लगाकर दिए जाते हैं लेकिन कुछ वेरिएंट्स में अलॉय व्हील्स को ऑफर किया जाता है। ऐसा क्यों किया जाता है और क्या स्टील रिम के मुकाबले अलॉय व्हील्स को लगवाना बेहतर रहता है। अलॉय व्हील्स के क्या फायदे और नुकसान (Steel Rims vs. Alloy Wheels) होते हैं। आइए जानते हैं।
भारतीय बाजार में वाहन निर्माताओं की ओर से किसी भी गाड़ी के एक से ज्यादा वेरिएंट्स को ऑफर किया जाता है। जिनमें कीमत के साथ ही फीचर्स का भी अतंर होता है। ऐसे में कुछ वेरिएंट्स में स्टील रिम ऑफर किए जाते हैं तो कुछ में अलॉय व्हील्स मिलते हैं। क्या स्टील रिम बेहतर होते हैं या फिर अलॉय व्हील्स का उपयोग करना सही होता है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
कीमत का अंतर
वाहन निर्माताओं की ओर से एक ही गाड़ी के कई वेरिएंट्स ऑफर किए जाते हैं। ऐसा करने पर कुछ वेरिएंट्स को स्टील रिम के साथ लाया जाता है और कुछ में अलॉय व्हील्स दिए जाते हैं। ऐसा करने से कीमत में अंंतर आ जाता है। स्टील रिम की कीमत कम होती है और अलॉय व्हील्स की कीमत ज्यादा होती है। इसलिए बेस वेरिएंट्स में स्टील रिम और टॉप वेरिएंट्स में अलॉय व्हील्स का उपयोग किया जाता है।
वजन में हल्के होते हैं अलॉय
Steel Rim के मुकाबले Alloy Wheels का वजन कम होता है। जिससे गाड़ी का वजन भी कम हो जाता है। अलॉय व्हील्स के उपयोग के कारण ज्यादा माइलेज मिलती है, वहीं स्टील रिम का वजन ज्यादा होने के कारण माइलेज में मामूली अंतर आता है।
ब्रेकिंग होती है बेहतर
अलॉय व्हील्स के साथ ब्रेकिंग सिस्टम काफी अच्छी तरह से काम करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्टील रिम के मुकाबले अलॉय व्हील्स ज्यादा खुले होते हैं। जिस कारण ज्यादा हवा टायर और ब्रेक के पास जाती है और उनको ठंडा करने में मदद मिलती है। जिससे ब्रेकिंग भी बेहतर हो जाती है।
मिलती है बेहतर हैंडलिंग
गाड़ी में स्टील रिम की जगह अलॉय व्हील्स को लगवाने के कारण हैंडलिंग बेहतर हो जाती है। स्टील रिम के मुकाबले अलॉय व्हील्स वाली कार ज्यादा हल्की चलती है। जिससे गाड़ी को हैंडल करने में आसानी हो जाती है।