गुंसी-उपखंड क्षेत्र के गांव सेदरिया, लुहारा, बिचपड़ी, राधागोविंदपुरा, श्रीसुरतपुरा एवं बराड़ी सहित कई गांवों में जंगली सुअरों ने आतंक मचा रखा है। सुअर किसानों की फसलों को तहस नहस कर रहे है। भारतीय किसान समाज संगठन के सदस्य भागुता गुर्जर, रामकिशन गुर्जर, सांवलराम गुर्जर, सरदार जाट, दयाराम चौधरी एवं रायचंद जाट सहित कई किसानों ने बताया कि सुअर खेतों में खड़ी फसल को नष्ट कर रहे है। उन्होंने बताया कि किसान रात रात भर जागकर फसलों की रखवाली कर उसे बचाने की कोशिश कर रहे है लेकिन फिर भी मौका मिलते ही सुअर झुंड के रूप में खेतों में घुस जाते है और फसल को नष्ट कर जाते है। तार जाली लगाकर भी किसान फसलों को नहीं बचा पा रहे है। सुअर जाली के नीचे से जमीन खोदकर खेतों में घुस जाते है। क्षेत्र में इनका इतना आतंक बढ़ चुका है कि किसान अकेले रखवाली करने से भी डर रहे है। उन्होंने बताया कि सुअरों की मूंगफली, मूंग और उड़द की फसल पर ज्यादा नजर रहती है। यदि यही हाल रहे तो किसान इन फसलों को उगाना ही बंद कर देंगे। ग्रामीणों ने बताया कि किसान महासभा के नेतृत्व में किसानों ने गुरुवार को उपखंड अधिकारी सुरेशकुमार हरसोलिया को ज्ञापन देकर सुअरों के आतंक से मुक्ति दिलाने का ज्ञापन दिया था लेकिन अभी तक कोई ठोस उपाय नहीं हुआ है। क्षेत्र के किसानों ने सुअरो को रेस्क्यू कर जंगलों में छोडने की प्रशासन से मांग की है।