कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर ड्राइंग लेक्चर डॉ राजेंद्र बैरागी राजकीय महात्मा गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय रामपुरा कोटा द्वारा राधा कृष्ण चित्र श्रृंखला तैयार की जा रही है ,जिसमें श्री कृष्ण और राधा के विभिन्न प्रसंगों का चित्रण ऑयल , एक्रेलिक, वाटर और टेंपरा रंगो द्वारा किया जा रहा है l डॉ बैरागी ने बताया कि इन चित्रों में कला के छः अंग जैसे रूपभेद, प्रमाण,भाव, लावण्य योजना, सादृश्य, वर्णिका भंग, एवम चित्र के तत्व रेखा, रंग ,रूप तान , पोत ,अंतराल आदि का प्रयोग करते हुए यह श्रृंखला तैयार की जा रही है इसके साथ-साथ इसमें संयोजन के सिद्धांतों का भी पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है l इससे पहले भी डॉ बैरागी द्वारा रामायण और महाभारत की एक विशाल चित्र श्रृंखला तैयार की गई थी जिसकी प्रदर्शनी चंद्रेसल कोटा के प्राचीन शिव मठ में लगाई गई थी उन चित्रों में भी कला के सभी सिद्धांतों व नियमों का पालन करते हुए श्रृंखला का चित्रण किया गया था l डॉ बैरागी का मानना है कि चित्रण कार्य में कल्पना शक्ति का महत्वपूर्ण स्थान होता है और इस कल्पना शक्ति के द्वारा ही में ईश्वर के अलौकिक रूप का चित्रण करके का प्रयास करता हूं l