पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया ◼️विजेता बालिकाओं को पुरुस्कृत किया ◼️
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
सिरोही-केन्द्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार सिरोही के तत्वाधान में पी.एम. श्री राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिरोही में पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया। प्रधानाचार्य श्रीमती हीरा खत्री तथा कार्यक्रम प्रभारी गोपाल सिंह राव के अनुसार पहली बार राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस मनाने पर चित्रकला ,मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।चित्रकला प्रतियोगिता में निर्णायक महेन्द्र कुमार प्रजापत,भगवत सिंह देवडा, रीना कोटेसा रहे।चित्रकला प्रतियोगिता में निशा डाबी प्रथम,प्राची द्वितीय ,तरुणा तृतीय ,चतुर्थ आकांक्षा मीणा,पंचम स्थान पर सीमा कुमारी रही ।प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विजेता चंदा कुमारी,जोशना,हिमांशी सोलंकी रही ।सभी विजेताओं को छाते पुरुस्कार के रुप में प्रदान किये।समारोह के मुख्य अतिथि भीकसिंह भाटी ने अंतरिक्ष दिवस,योग व स्वास्थ्य पर विचार व्यक्त किये। केन्द्रीय संचार ब्यूरो ,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ,भारत सरकार सिरोही के क्षेत्रीय प्रचारक फूलचंद गहलोत ने बताया कि भारत की उस स्वर्ण उपलब्धि को याद करने के लिए मनाया गया। जब हमारा तिरंगा धरती पर नहीं चांद पर लहराया था। ऐतिहासिक 23 अगस्त, 2023 के दिन भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिख गया था।जब हमारा चन्द्रयान- 3 मिशन का विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर आसानी से लैंड हो गया था। ऐसा करने वाला भारत पूरे विश्व का पहला देश बन गया था। चांद की सतह पर उतरने वाला भारत चौथा देश बना था। चन्द्रयान- 3 मिशन के अंदर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जिस जगह पर विक्रम लैंडर को उतारा गया था, उस पॉइंट को शिव शक्ति पॉइंट नाम दिया गया है। लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर से निकलकर प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह का निरीक्षण किया था।कार्यक्रम प्रभारी गोपाल सिंह राव ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत के चन्द्रयान-3 मिशन की स्वर्णिम सफलता के बाद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह घोषणा की थी कि अब से हर साल 23 अगस्त के दिन को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा।घोषणा के अनुरूप 2024 में इस वर्ष पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया। इस वर्ष राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की थीम “ चांद को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा” है।ऐतिहासिक 23 अगस्त, 2024 को पहली बार राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया।रसायन विज्ञान के व्याख्याता भगवत सिंह देवडा ने बताया कि इस अवसर पर विज्ञान और अंतरिक्ष से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन सम्पूर्ण भारत वर्ष में किया गया है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का उद्देश्य भावी पीढ़ी और युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।कार्यक्रम में अनिता चौहान ,प्रतिभा आर्य, देवीलाल ,ममता कोठारी,रीना कोटेसा,जया दवें,कुसुम परमार सहित विद्यालय की बालिकाओं ने सहभागिता की ।