बीते कुछ सालों में डिजिटल पेमेंट का स्तर बहुत बदल गया है। अब ज्यादातर लोग कैश के बदले यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं। इसके कारण ऑनलाइन ट्रांजैक्शन काफी आसान और सुविधाजनक हो गया है। इसके साथ ही लोगों की सुरक्षा और धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे ही अब UPI ऑटो पेमेंट रिक्वेस्ट स्कैम लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।

पिछले एक दशक में डिजिटलाइजेशन के चलते लोगों में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को लेकर जागरूकता आई और इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। ऐसे में लोगों में UPI ट्रांजैक्शन को लोकप्रियता बढ़ी है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि ये पेमेंट की प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बना देता है।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCA) ने अपने रिपोर्ट में बताया कि 2024 में UPI द्वारा लगभग 20.64 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन किया गया है। इससे ये बात तो तय है कि हजारों-लाखों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। मगर आज कल एक नया स्कैम सामने आया है, जो UPI ऑटो पेमेंट रिक्वेस्ट स्कैम के नाम से जानते हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।