शहर के बाल चंद पाड़ा क्षेत्र से राजशाही शान शौकत के साथ  कजली तीज महोत्सव का आगाज हुआ। प्रथम दिन  पूर्ण वैदिक विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के पश्चात राजसी रीति रिवाज के साथ तीज माता की सवारी का प्रारंभ हुआ। राजकीय और गैर राजकीय विद्यालय ने मनमोहक आकर्षक शिक्षाप्रद, सामाजिकता, संस्कृति, सद्भावना से ओत प्रोत आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की। कच्ची घोड़ी नृत्य व बहरूपिया स्वांग लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। सैकड़ो की संख्या में स्त्री, पुरुष, बुजुर्ग, युवक, युवतियां, बच्चे तीज माता की सवारी देखने के लिए पहुंचे। मुख्य बाजार की दकानों मकानों की छते लोगों से भरी रही।