अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की JPC जांच और SEBI चीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस आज (22 अगस्त) देशभर में प्रदर्शन किया ।10 अगस्त को सामने आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में दावा किया गया कि सेबी चीफ माधबी बुच की अडाणी ग्रुप की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी थी।कांग्रेस कार्यकर्ता सभी राज्यों के ED ऑफिस के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दिल्ली में जंतर-मंतर में प्रदर्शन हो रहा है।कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा- अगर सरकार कुछ नहीं छिपा रही है तो उसे JPC जांच के लिए मना नहीं करना चाहिए। वैसे भी JPC कमेटी का अध्यक्ष भाजपा से ही होगा। राहुल गांधी ने 11 अगस्त को कहा था कि अडाणी महाघोटाले की जांच SEBI को दी गई। अब खबर है कि SEBI की चीफ माधवी बुच भी अडानी महाघोटाले में शामिल हैं। मतलब घोटाले की जांच करने वाला ही घोटाले में शामिल है। माधवी बुच ने कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार और चरित्र हनन का प्रयास बताया। SEBI चेयरपर्सन ने सभी फाइनेंशियल रिकॉर्ड डिक्लेयर करने की इच्छा व्यक्त की। अपने पति धवल बुच के साथ एक जॉइंट स्टेटमेंट में उन्होंने कहा, 'हमारा जीवन और फाइनेंसेस एक खुली किताब है।व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर हिंडनबर्ग ने दावा किया था कि बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है।हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाकर चर्चा में आई थी।