उत्तर प्रदेश में सहायक शिक्षक भर्ती की मेरिट लिस्ट रद्द करने के हाई कोर्ट के फैसले पर राहुल गांधी ने कहा कि यह भाजपा साजिश का करारा जवाब है। गौरतलब है कि शुक्रवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने शिक्षक भर्ती-2019 में चयनित 69 हजार अभ्यर्थियों की सूची को रद्द कर नई सूची बनाने का निर्देश दिया था।अब राहुल गांधी ने कोर्ट के फैसले को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली सरकार की साजिशों को जवाब मिला है। साथ ही राहुल ने कहा कि यह सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले हर योध्दा की जीत है। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, '69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती पर इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली भाजपा सरकार की साजिशों को करारा जवाब है। यह 5 वर्षों से सर्दी, गर्मी, बरसात में सड़कों पर निरंतर संघर्ष कर रहे अमित मौर्या जैसे हजारों युवाओं की ही नहीं, सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले हर योद्धा की जीत है। 69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आरक्षण व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली भाजपा सरकार की साजिशों को करारा जवाब है। राहुल ने कहा कि आरक्षण छीनने की भाजपाई जिद ने सैकड़ों निर्दोष अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है। उन्होंने लिखा, 'पांच साल ठोकरें खा कर बर्बाद होने के बाद, जिनको नई सूची के जरिए नौकरी मिलेगी और जिनका नाम अब चयनित सूची से कट सकता है, दोनों की ही गुनहगार सिर्फ भाजपा है।' राहुल ने कहा कि पढ़ाई करने वालों को लड़ाई करने पर मजबूर करने वाली भाजपा सरकार सही मायने में युवाओं की दुश्मन है।